साल 2024 के आईपीओ सीजन की शुरुआत हो गई है. पिछले सप्ताह इस साल का पहला आईपीओ आ गया. साल के पहले आईपीओ में बाजार से 1000 करोड़ रुपये जुटाए गए. इस साल के रुझान बता रहे हैं कि आईपीओ के लिहाज से बाजार में सरगर्मियां बहुत तेज रहने वाली हैं और आईपीओ के मामले में इस साल एक नया इतिहास बनता दिख सकता है.
ये अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड
न्यूज एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट में कोटक इन्वेस्टमेंट बैंकिंग के हवाले से बताया गया है कि 2024 में विभिन्न आईपीओ से 50 बिलियन डॉलर यानी करीब 4.15 लाख करोड़ रुपये जुटाए जा सकते हैं. अगर वाकई में ऐसा होता है तो यह कई मामलों में बेमिसाल होने वाला है. आईपीओ से किसी एक साल के दौरान जुटाई गई कुल रकम का आंकड़ा 4 लाख करोड़ रुपये तो छोड़िए, अब तक के इतिहास में सिर्फ एक बार 1 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर पाया है.
आईपीओ के लिहाज से सबसे सफल साल
भारत में अब तक के इतिहास में आईपीओ के लिहाज से सबसे सफल साल 2021 रहा है, जब बीएसई और एनएसई के मेनबोर्ड पर 63 आईपीओ आए थे. उन आईपीओ ने मिलकर टोटल 1,19,882 करोड़ रुपये जुटाने में सफलता हासिल की थी. उसके बाद दूसरे नंबर पर 2017 है, जब 38 आईपीओ ने 75,279 करोड़ रुपये जुटाए थे. साल 2022 में 40 आईपीओ में 59,939 करोड़ रुपये जुटाए गए थे. 2023 चौथा सबसे सफल साबित हुआ था. पिछले साल मेनबोर्ड पर 57 आईपीओ आए और उन्होंने मिलकर 49,437 करोड़ रपये जुटाए.
इसी सप्ताह आया पहला आईपीओ
इस साल मेनबोर्ड पर पहला आईपीओ ज्योति सीएनसी ऑटोमेशन लिमिटेड का रहा है. यह आईपीओ पिछले सप्ताह 9 जनवरी को खुला था और 11 जनवरी को बंद होने वाला है. इस आईपीओ का साइज 1000 करोड़ रुपये है. साल का पहला सप्ताह आईपीओ के लिहाज से ठंडा रहा है. मेनबोर्ड पर साल का दूसरा आईपीओ मेडी असिस्ट हेल्थकेयर सर्विसेज लिमिटेड का होने वाला है. यह आईपीओ 15 जनवरी को खुलकर 17 जनवरी को बंद होगा. कंपनी आईपीओ से 1,171.58 करोड़ रुपये जुटाने वाली है.
2 साल में बनेंगे 20 यूनिकॉर्न
कोटक इन्वेस्टमेंट बैंकिंग की मानें तो इस साल आईपीओ की रेस की अगुवाई नए जमाने की टेक कंपनियां करने वाली हैं. फर्म के अनुसार, अगले 2 साल के दौरान भारत में 20 यूनिकॉर्न देखने को मिल सकते हैं. इस साल आने वाले आईपीओ की बात करें तो कतार में शामिल प्रमुख कंपनियों में ओला इलेक्ट्रिक, ओयो, स्विगी, मोबिक्विक जैसे कई न्यू एज टेक स्टार्टअप शामिल हैं.
ये भी पढ़ें: एमबीए चायवाला के बाद अब पीएचडी सब्जीवाला, पंजाब यूनिवर्सिटी में थे प्रोफेसर, पास में 5-5 डिग्रियां