साल-डेढ़ साल पहले तक आईपीओ बाजार (IPO Market) खूब गुलजार था. हर हफ्ते बाजार में नए आईपीओ खुल रहे थे, लेकिन अभी ऐसा सूखा है कि कई-कई सप्ताह बिना आईपीओ के गुजर जा रहे हैं. यह साल तो आईपीओ के लिहाज से अब तक बेहद सुस्त रहा है. हालांकि साल के बचे महीनों में तस्वीर बदल सकती है, क्योंकि आने वाले महीनों के दौरान टाटा (Tata), रिलायंस (Reliance) और टीवीएस (TVS) जैसे बड़े नाम आईपीओ लाने की कतार में खड़े हैं.


इस साल सिर्फ 6 आईपीओ


अभी तक की बात करें तो साल के 5 महीने बीत चुके हैं और सिर्फ 6 कंपनियां ही आईपीओ लेकर बाजार में आई हैं. इनमें से एक नेक्सस सेलेक्ट ट्रस्ट रीट इश्यू है. इस तरह हर महीने सिर्फ एक आईपीओ का औसत निकलता है. दरअसल हालिया महीनों में शेयर बाजार का प्रदर्शन खास नहीं रहा है. यही कारण है कि कई कंपनियों ने आईपीओ लाने की योजना को टाला है.


एलआईसी ने डाला बुरा असर


इसके अलावा भी कुछ फैक्टर हैं, जो आईपीओ बाजार के ट्रेंड को खराब कर रहे हैं. जैसे पिछले साल आए तमाम आईपीओ को देखें तो उसमें सबसे अहम सरकारी बीमा कंपनी एलआईसी का आईपीओ रहा. इसकी खूब चर्चा भी हो रही थी और साइज के हिसाब से भी यह सबसे बड़ा था. हालांकि आईपीओ आने से पहले जिस तरह का माहौल बना था, बाजार में प्रदर्शन ठीक विपरीत रहा.


टाटा ला रहे दो-दो आईपीओ


आने वाले दिनों में देखें तो स्थिति बदलने की उम्मीद दिख रही है. देश के सबसे बड़े कॉरपोरेट घरानों में से एक टाटा समूह लंबे समय बाद आईपीओ लेकर आ रहा है. टाटा समूह का आखिरी आईपीओ साल 2004 में आया था, जब टीसीएस को बाजार में लिस्ट कराया गया था. उसके बाद अब टाटा प्ले का आईपीओ आने वाला है, जिसका साइज 3000 करोड़ रुपये हो सकता है. इसके अलावा टाटा टेक्नोलॉजीज का आईपीओ भी कतार में है. इसने सेबी के पास ड्राफ्ट पेपर्सजमा करा दिए हैं, जिसे अभी मंजूरी नहीं मिली है.


टीवीएस और जियो के आईपीओ


इसी तरह टीवीएस करीब 3 दशक के बाद बाजार में नया आईपीओ ला रही है. इसका आखिरी आईपीओ 1994 में आया था, जब टीवीएस इलेक्ट्रॉनिक्स को बाजार में लिस्ट किया गया था. अब टीवीएस सप्लाई चेन सॉल्यूशंस का आईपीओ आने जा रहा है. यह आईपीओ 750 करोड़ रुपये तक का हो सकता है. वहीं रिलायंस घराने से जियो फाइनेंशियल का आईपीओ भी कतार में है. बाजार के जानकारों को उम्मीद है कि इन 3 बड़े घरानों के आईपीओ से बाजार की स्थिति को बदलने में मदद मिल सकती है.


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