घरेलू शेयर बाजार के लिए साल 2023 अच्छा साबित हो रहा है. यह साल बाजार के लिए नए-नए रिकॉर्डों वाला साबित हो रहा है. एक तरफ बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी ने 2023 में लगातार नए उच्च स्तर का रिकॉर्ड बनाया है, दूसरी ओर आईपीओ के बाजार में रिकॉर्ड तेजी देखी जा रही है. बाजार में इस साल अब तक जिस तरह से कंपनियां आईपीओ लेकर आई हैं, इनकी कुल संख्या 100 के पार निकल सकती है.
बाजार के लिए ऐसा रहा है साल
घरेलू शेयर बाजार की बात करें तो अभी इस सप्ताह भले ही कुछ करेक्शन देखने को मिला, लेकिन उससे पहले बाजार ने लगातार 11 दिनों की रैली दिखाई. उच्च स्तर को छूने के बाद बिकवाली शुरू होने से पहले दोनों सूचकांकों ने नया शिखर छुआ. निफ्टी तो इतिहास में पहली बार 20 हजार अंक के पार 2023 में ही निकला. इस साल की शुरुआत से अब तक दोनों सूचकांक करीब 9-9 फीसदी की तेजी में हैं.
ज्यादातर आईपीओ ने कराया फायदा
बाजार की इस मजबूत धारणा का फायदा उन नई कंपनियों को हो रहा है, जो बाजार में उतरने के लिए सही मौके की तलाश में थीं. आंकड़े बताते हैं कि 2023 में अब तक बाजार में 72 कंपनियां आईपीओ पेश कर चुकी हैं. सबसे शानदार बात निकलकर ये आती है कि इन 72 में से 62 आईपीओ ने निवेशकों को फायदा कराया है. ये 62 शेयरों के मौजूदा बाजार भाव आईपीओ इश्यू प्राइस की तुलना में अधिक हैं.
एसएमई आईपीओ की भरमार
साल 2023 में आईपीओ बाजार में बने बुलिश सेंटिमेंट में एक और खास बात देखने को मिल रही है. इस साल बाजार में दस्तक दे रही कंपनियों में छोटी व मध्यम कंपनियों की बहुतायत है. अब तक जो 72 आईपीओ 2023 में बाजार में आए हैं, उनमें से सिर्फ 28 ही बीएसई मेनबोर्ड के हैं. उनमें से 44 आईपीओ एसएमई आईपीओ हैं और उनके शेयर बीएसई एसएमई प्लेटफॉर्म पर रजिस्टर हुए हैं.
सितंबर में बन चुका है ये रिकॉर्ड
आईपीओ बाजार में साल की शुरुआत से बना मोमेंट आने वाले महीनों में भी बरकरार रहने की उम्मीद है. सितंबर महीने की बात करें तो सिर्फ इस एक महीने के हिस्से 40 से ज्यादा आईपीओ आए हैं. उनमें से 28 ऑलरेडी बाजार में उतर चुके हैं, जबकि बाकी आईपीओ महीने के बचे हुए दिनों में बाजार में उतरने वाले हैं. यह किसी भी साल एक महीने में आए सबसे ज्यादा आईपीओ हैं. अगर यही रफ्तार बनी रहती है तो 2023 में आईपीओ की कुल संख्या 100 के पार निकल सकती है. यह आईपीओ बाजार का नया रिकॉर्ड होगा.
इतना फंड जुटा सकती हैं कंपनियां
कंपनियां कारोबार का विस्तार करने से लेकर कर्ज चुकाने तक के लिए फंड की व्यवस्था करने बाजार में आईपीओ लेकर आती हैं. आईपीओ के माध्यम से कंपनियों के मौजूदा निवेशक या तो अपनी हिस्सेदारी कम करते हैं, या कंपनी नए शेयर जारी करती हैं. इस तरह कंपनियां आम निवेशकों से पैसे जुटाती हैं. इस साल बने माहौल से ऐसा लग रहा कि 2023 में आईपीओ के जरिए कंपनियां 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा जुटा सकती हैं. अच्छी संभावनाओं वाली कंपनियों के आईपीओ से निवेशकों को भी कमाई होती है.
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