IPO Update: आईपीओ यानी इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (Initial Public Offering) में निवेश करने वालों के लिए जरूर खबर है. जल्द ही मार्केट में एक नयान आईपीओ आने वाला है. यह आईपीओ (IPO) है कपड़ों का बिजनेस करने वाली कंपनी साई सिल्क्स, कलामंदिर (Sai Silks, Kalamandir). यह कंपनी साउथ इंडिया में एथनिक वियर यानी पारंपरिक कपड़ों का व्यापार करती है. हाल ही में कंपनी ने मार्केट (IPO Update) में अपने आईपीओ को जारी करने के लिए मार्केट रेगुलेटर सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया यानी सेबी के पास गई थी. SEBI ने कंपनी को आईपीओ देने की परमिशन देगी है. साई सिल्क्स ने आईपीओ के जरिए मार्केट में 1200 करोड़ रुपये तक जुटाने का लक्ष्य रखा है.


जानें आईपीओ के डिटेल्स
SEBI के पास जमा किए गए डॉक्यूमेंट्स के अनुसार साई सिल्क्स, कलामंदिर इस आईपीओ के जरिए कुल 600 रुपये के नए शेयर जारी करेगी. इसके अलावा कंपनी अपने प्रमोटरों के शेयर को भी मार्केट में बेचेगी. इसमें 18,048,440 इक्विटी शेयर शामिल ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए बेचे जाएंगे.


आईपीओ के पैसों का क्या करेगी कंपनी
SEBI ने 15 नवंबर 2022 को साई सिल्क्स, कलामंदिर एथनिक वियर बनाने वाली कंपनी के आईपीओ को मंजूरी दे दी है. इसके जरिए कंपनी कुल 1200 करोड़ रुपये जोड़ेगी. इस पैसों के जरिए कंपनी अपने स्टोर्स की संख्या में वृद्धि करेगी. कंपनी ने SEBI को जानकारी दी है कि वह इन पैसों से कुल 25 स्टोर्स खोलेगी. इसके साथ ही 2 नए गोदाम बनाया जाएगा. इसके साथ ही कंपनी के वर्किंग कैपिटल्स की जरूरतों को भी पूरा करने की कोशिश इन पैसों से की जाएगी. फिलहाल इस कंपनी के देशभर में कुल 50 स्टोर्स हैं जिसमें सबसे ज्यादा संख्या में स्टोर्स साउथ इंडिया में हैं.


KFin Technologies का आईपीओ भी जल्द आएगा मार्केट में
साई सिल्क्स, कलामंदिर के आईपीओ के अलावा जल्द ही फाइनेंशियल सर्विसेज प्लेटफार्म की कंपनी केफिन टेक्नोलॉजीज (KFin Technologies) भी अपना आईपीओ लाने वाली है. इस कंपनी को भी बाजार नियामक SEBI से आईपीओ की मंजूरी मिल गई है. कंपनी ने इसी वर्ष मार्च 2022 में सेबी के पास आईपीओ लाने के लिए आवेदन किया था. कंपनी इस आईपीओ के जरिए कुल 2400 रुपये इकट्ठा करने का लक्ष्य निर्धारित किया है.


इस आईपीओ में पूरी तरह ऑफर फॉर सेल के जरिए पैसे जुटाए जाएंगे और फ्रेश इश्यू नहीं होगा. कंपनी के प्रमोटर जनरल एटलांटिक सिंगापुर फंड (General Atlantic Singapore Fund) अपनी हिस्सेदारी बेचने जा रहे हैं. ऐसे में आईपीओ से जो भी पैसे जुटाए जाएंगे वो कंपनी के पास नहीं आएगा बल्कि प्रमोटर के पास जाएंगे. 


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