Ethos IPO Opens: लग्जरी घड़ी बेचने वाली जानी मानी कंपनी एथोस (Ethos) का आईपीओ (IPO) 18 मई को सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है. निवेशक इस आईपीओ के लिए 20 मई तक बोली लगा सकेंगे. कंपनी इस आईपीओ से 472 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है. एथोस के पास देश में प्रीमियम और लग्‍ज़री घड़ियों का सबसे बड़ा पोर्टफोलियो है. इनमें 50 प्रीमियम व लग्‍जरी घड़ियों के ब्रांड हैं.


आईपीओ के तहत 375 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी होंगे. इसके साथ ही, 1,108,037 शेयरों की बिक्री ऑफर-फॉर-सेल (OFS) के तहत होगी. आईपीओ के लिए एथोस ने प्रति शेयर 836-878 रुपये प्राइस बैंड तय किया है. इससे मिलने वाली पूंजी का इस्तेमाल कर्ज के भुगतान, वर्किंग कैपिटल जरूरतों को पूरा करने और नए स्टोर खोलने में किया जाएगा.


एक लॉट में 17 शेयर


एथोस आईपीओ का 50 प्रतिशत हिस्‍सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व है. 35 प्रतिशत रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए आरक्षित किया गया है तथा शेष 15 प्रतिशत हिस्सा नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स के लिए आरक्षित होगा. इस आईपीओ के एक लॉट में 17 शेयर रहेंगे. इसका मतलब है कि निवेशक को कम से कम 17 इक्विटी शेयरों के लिए बोली लगानी ही होगी. एथोस के शेयर आवंटन की संभावित तिथि 25 मई 2022 रखी गई है. आईपीओ 30 मई को बाजार में लिस्ट हो सकता है.


कंपनी प्रोफाइल


कंपनी के ब्रांड में ओमेगा, आईडब्ल्यूसी स्कॉफहाउसेन, जायगर ले कॉल्टर, पैनरी, बलगारी, एच मोजर एंड साय, राडो, लॉन्जाइन्स, बॉम एंड मर्शर, ऑरिस एसए, कोरम, कार्ल एफ बुकेरर, टिस्सॉट, रेमंड वाई, लुईस मोनेट, बालमेन शामिल है.


वित्त वर्ष 2021 में कारोबार से राजस्व 386.57 करोड़ रुपये रहा. इसी अवधि में इसका नेट प्रॉफिट 5.78 करोड़ रुपये था. एथोस ब्रांड नाम से 2003 में चंडीगढ़ में कंपनी ने अपना पहला लक्जरी रिटेल वॉच स्टोर खोला था. भारत के 17 शहरों में कंपनी के 50 रिटेल स्टोर हैं. साथ ही एथोस अपने प्रोडक्ट्स अपनी वेबसाइट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म में माध्‍यम से भी बेचती है.


निवेश से पहले बाजार का ध्यान रखें


खबरों में बताया गया है कि प्रीमियम और लग्‍जरी वॉच सेगमेंट में बिक्री में इसकी कुल हिस्‍सेदारी 13 प्रतिशत है, वहीं लग्‍जरी वॉच की टोटल रिटेल सेल्‍स में इसका हिस्‍सा 20 प्रतिशत है. ऑपरेशनल फ्रंट पर कंपनी लगातार अच्‍छे नतीजे दे रही है.


नेट प्रॉफिट मार्जिन 2021 में 1.50 प्रतिशत रहा है. विशेषज्ञों का कहना है कि इश्‍यू महंगा लग रहा है. इश्‍यू में निवेश करते समय मौजूदा बाजार‍ परिस्थितियों और वैल्‍यूएशन को निवेशकों को ध्‍यान में रखना चाहिए.


ये भी पढ़ें


Akasa Airline: राकेश झुनझुनवाला की अकासा को मिला 'क्यूपी' एयरलाइन कोड, यहां जानें किस दिन से भरेगी उड़ान


GST Portal: इंफोसिस को सरकार ने दिया नया ऑर्डर, अप्रैल के जीएसटी कर भुगतान की तारीख बढ़ी