इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनी ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के बहुप्रतीक्षित आईपीओ के बाद आज उसके शेयरों की बाजार पर लिस्टिंग होने वाली है. हालांकि दुनिया भर के बाजारों के बिगड़े मूड के चलते ओला इलेक्ट्रिक के आईपीओ की पार्टी खराब होने की आशंका बढ़ गई है, क्योंकि ग्रे मार्केट में उसका प्रीमियम यानी जीएमपी निगेटिव हो चुका है.


ग्रे मार्केट में शून्य से नीचे आया प्रीमियम


ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों की आज होने जा रही लिस्टिंग से पहले खबरों में बताया जा रहा है कि ग्रे मार्केट में प्रीमियम शून्य से नीचे आया हुआ है. आईपीओ वॉच के अनुसार, ओला इलेक्ट्रिक आईपीओ का जीएमपी आज लिस्टिंग से पहले निगेटिव जोन में है. आईपीओ ओपन होने से पहले 27 जुलाई को जीएमपी 25 रुपये पर था. ओला आईपीओ के जीएमपी में लगातार कमी आती गई है. इससे संकेत मिल रहा है कि ओला इलेक्ट्रिक का आईपीओ खराब लिस्टिंग का शिकार हो सकता है.


6 हजार करोड़ रुपये से बड़ा ओला का आईपीओ


मुख्य रूप से दोपहिया इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने वाली कंपनी ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड का आईपीओ 2 अगस्त को खुला था और निवेशकों के द्वारा सब्सक्राइब किए जाने के लिए 6 अगस्त तक खुला रहा था. इस आईपीओ के लिए कंपनी ने 10 रुपये फेस वैल्यू वाले शेयरों के लिए 72 से 76 रुपये का प्राइस बैंड तय किया था. ओला इलेक्ट्रिक लंबे इंतजार के बाद 6,145.56 करोड़ रुपये का आईपीओ लेकर आई है.


195 शेयरों का एक लॉट, कम से कम इतना करना पड़ा निवेश


ओला के इस आईपीओ में 5,500 करोड़ रुपये के शेयरों का फ्रेश इश्यू और 645.56 करोड़ रुपये के शेयरों का ऑफर फोर सेल शामिल है. इस बहुप्रतीक्षित आईपीओ के लिए ओला इलेक्ट्रिक ने 195 शेयरों का लॉट तय किया था. इस तरह निवेशकों को आईपीओ में बोली लगाने के लिए कम से कम 14,820 रुपये की जरूरत थी. खुदरा निवेशक ज्यादा से ज्यादा 13 लॉट के लिए बोली लगा सकते थे यानी अधिकतम 1 लाख 92 हजार 660 रुपये का निवेश कर पाए हैं.


आईपीओ को हर कैटेगरी में मिला सुस्त सब्सक्रिप्शन


ओला इलेक्ट्रिक के आईपीओ को बाजार में मिला रिस्पॉन्स भी साधारण रहा है. आईपीओ का जिस लिहाज से इंतजार किया जा रहा था, रिस्पॉन्स उसकी तुलना में सुस्त था. आईपीओ को क्यूआईबी कैटेगरी में 5.53 गुना, एनआईआई कैटेगरी में 2.51 गुना और रिटेल कैटेगरी में 4.05 गुना सब्सक्रिप्शन मिला. 7 रुपये प्रति शेयर डिस्काउंट मिलने से एम्पलॉई कैटेगरी को सबसे ज्यादा 12.38 गुना सब्सक्रिप्शन मिला. इस तरह आईपीओ को ओवरऑल 4.45 गुना सब्सक्राइब किया गया.


इस आईपीओ को लेकर शेयर बाजार में चर्चाओं का बाजार गर्म था. दरअसल भारतीय बाजार में पहली बार किसी इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनी का आईपीओ आया है. वहीं ऑटो सेक्टर से मारुति सुजुकी के बाद यह पहला आईपीओ है. हालांकि आईपीओ की टाइमिंग खराब हो गई. आईपीओ ऐसे समय खुला, जब दुनिया भर के बाजारों में बिकवाली का दबाव दिख रहा है.


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