Tax On Stocks In India: मुंबई में सबसे पुराने स्टॉक एक्सचेंज बीएसई (BSE) में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) उस समय अपनी हंसी को रोक नहीं सकीं जब एक रिटेल निवेशक (Retail Investors) ने खुद को वर्किंग पार्टनर (Working Partner) और सरकार को स्लिपिंग पार्टनर (Sleeping Partner) बता दिया जो शेयरों में निवेश से होने वाली कमाई पर कई प्रकार के टैक्स का बोझ डालकर सारा मुनाफा ले जा रही है.  निवेशक ने वित्त मंत्री से सवाल का जवाब जानना चाहा. तो अपने जवाब में वित्त मंत्री सीतारमण बोलीं, मेरा पास इसका उत्तर नहीं है और स्लिपिंग पार्टनर यहां पर इसका जवाब भी नहीं दे सकता है.   


रिटेल निवेशक के सवाल से वित्त मंत्री हुईं क्लीन बोल्ड!


दरअसल लोकसभा चुनाव को लेकर वित्त मंत्री सीतारमण देशभर में घुम घुमकर प्रबुद्ध लोगों के बीच अपनी सरकार के कामों के बारे में बता रही हैं और मोदी सरकार के लगातार तीसरी बार सत्ता में आने पर उन कामों का जिक्र रही हैं जो सरकार के एंजेडे पर है. इसी सिलसिले में मंगलवार 14 मई, 2024 को वित्त मंत्री का मुंबई में बीएसई में विकसित भारत 2047 को लेकर संबोधन था. वित्त मंत्री के संबोधन के बाद सवाल-जवाब का सिलसिला शुरू हुआ. तब एक निवेशक ने वित्त मंत्री से शेयर मार्केट में शेयरों के खरीद फरोख्त पर लगने वाले टैक्सों के बोझ को लेकर सवाल दाग दिया. 


सरकार डकार रही सारा मुनाफा!


निवेशक ने वित्त मंत्री से कहा, सरकार रिटेल निवेशकों पर सीजीएसटी (CGST), आईजीएसटी (IGST), स्टांप ड्यूटी (Stamp Duty), एसटीटी, (Securities Transaction Tax) और एलटीसीजी (Long Term Capital Gain) लगाती है. इसके चलते सरकार की कमाई ब्रोकर्स से भी ज्यादा है. उन्होंने वित्त मंत्री से कहा, मैं कई प्रकार के जोखिम लेकर निवेश कर रहा लेकिन सारा मुनाफा भारत सरकार डकार ले जा रही है. मैं अपने पैसे, जोखिम और स्टॉफ के साथ वर्किंग पार्टनर हूं और आप (सरकार) स्लिपिंग पार्टनर (Sleeping Partner) हैं. निवेशक के इस बयान पर वित्त मंत्री सीतारमण अपनी हंसी नहीं रोक पाईं. साथ ही हॉल में बैठे सभी लोग भी हंस पड़े. 



घर खरीद पर 11% लगता है टैक्स


निवेशक का सवाल यहीं खत्म नहीं हुआ. उन्होंने वित्त मंत्री से घर खरीद पर लगने वाले जीएसटी और स्टॉंप ड्यूटी को लेकर भी सवाल दाग दिया. उन्होंने वित्त मंत्री से कहा, घर खरीदने पर नगद भुगतान को खत्म कर दिया गया. मुंबई में घर खरीदना किसी सपने से कम नहीं है. मैं टैक्स देता हूं, मेरा पास व्हाइटमनी है. हमलोग टैक्स का भुगतान करते हैं. मिस्टर लोढ़ा (डेवलपर) नगद नहीं स्वीकार करते. उन्होंने कहा मेरे बैंक खाते में जो बैलेंस है ये वो रकम है जो सरकार को टैक्स चुकाने के बाद बचा है. और जब हम घर खरीदते हैं तो हमें स्टॉंप ड्यूटी और जीएसटी का भुगतान करना पड़ता है. मुंबई जैसे शहरों में घर खरीदते हैं तो घर की कीमत का कुल 11 फीसदी टैक्स के रूप में हमारे जेब से चला जाता है. निवेशक ने वित्त मंत्री से पूछा ऐसे में हमारे जैसे व्यक्ति जिसके पास सीमित साधन है आप उसकी मदद कैसे करेंगी. और कैसे कोई निवेशक फंक्शन करेगा जिसपर इतना सारा टैक्स का बोझ लाद दिया गया है जिसमें सरकार स्लिपिंग पार्टनर है और मैं बगैर किसी इनकम के वर्किंग पार्टनर हूं.  


सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल


आपको बता दें वित्त मंत्री से बीएसई में ब्रोकर द्वारा पूछा गया ये सवाल सोशल मिडिया पर वायरल हो चुका है.  अद्वैत अरोड़ा एक्स पर लिखते हैं मैं इस रिटेल निवेशक के सवाल से पूरी तरह सहमत हूं. शेयर बाजार के निवेशक का असली दर्द यही है. राजीव मेहता लिखते हैं बीएसई में वित्त मंत्री सीतारमण स्टॉक मार्केट के निवेशक के इस सवाल से हिल गईं.  










टैक्स के बोझ से निवेशक परेशान


जाहिर है इस रिटेल निवेशक के सवाल में सभी निवेशकों का दर्द छुपा है जो बाजार में होने वाले मुनाफे पर लगने वाले टैक्स के बोझ से परेशान हैं.  


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