Infosysy Salary Hike: देश की दूसरे सबसे बड़ी आईटी कंपनी इंफोसिस ने अपने कर्मचारियों की सालाना वेतन वृद्धि टाल दी है. इंफोसिस के कर्मचारियों की 2024-25 में अभी तक वेतन वृद्धि नहीं हुई है. इसे अब चौथी तिमाही में देने पर विचार किया जा रहा है. मनी कंट्रोल की रिपोर्ट के मुताबिक कर्मचारियों की पिछली सालाना वेतन वृद्धि नवंबर, 2023 में हुई थी. बेंगलुरू स्थित इस आईटी कंपनी में ग्लोबल स्तर पर अनिश्चितता की वजह से सैलरी हाइक में देरी हो रही है. क्लायंट के बजट के काफी कमजोर होने और मांग में कमी आने के कारण भी कंपनी की आमदनी पर असर पड़ा है.


जनवरी से सैलरी हाइक हो सकती है लागू


इंफोसिस कंपनी की ओर से 17 अक्टूबर को ही कहा गया था कि सैलरी हाइक कई फेज में लागू किए जाएंगे. इसका एक हिस्सा जनवरी से प्रभावी हो सकता है. दूसरा हिस्सा अप्रैल से लागू होगा. इंफोसिस कंपनी के चीफ फाइनेंस ऑफिसर जयेश सागरराजका ने दूसरी तिमाही के फाइनेंशियल रिजल्ट की घोषणा करते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी थी. दूसरी तिमाही में इंफोसिस की आमदनी में दो फीसदी यानी 6506 करोड़ की बढ़ोत्तरी हुई थी. कंपनी की ऑपरेशनल क्षमता के आधार पर 10 बेसिस प्वाइंट पर सुधार से यह रिजल्ट आया था. वेज हाइक नहीं देने के बावजूद ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल ने इंफोसिस की आमदनी में दिसंबर में अंत होने वाली तिमाही के तहत अच्छी वृद्धि की उम्मीद जताई है.


कर्मचारियों के पास भी नहीं है उपाय


मनी कंट्रोल ने जानकारों के हवाले से कहा है कि आईटी कंपनियों में बड़े पैमाने पर जॉब ओपनिंग नहीं होने कारण मैनेजमेंट इस विश्वास में है कि सैलरी हाइक नहीं देने पर भी कर्मचारी नौकरी छोड़कर नहीं जाएंगे. हालांकि टॉप परफॉर्मेंस के आधार पर कुछ चुनिंदा लोगों को सैलरी हाइक ऑफर करने की प्रक्रिया लगातार चल रही है. क्योंकि कुछ खास प्रतिभाओं को रिवार्ड देने के लिए हर यूनिट के पास बजट है. आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के फील्ड में काम करने वालों के लिए विशेष तौर पर ऐसा किया गया है.


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