भारतीय आईटी कंपनियां बड़े पैमाने पर भर्ती की तैयारियां कर रही है. टॉप कंपनियां कम से कम देश में एक लाख भर्तियां करेंगी. क्लाइंट कंपनियों की ओर से अपना काफी काम डिजिटल प्लेटफॉर्म पर शिफ्ट कर देने की वजह से आईटी सेक्टर में नौकरियां बढ़ रही हैं . क्लाइंट कंपनियां लागत कम करने के लिए आउटसोर्सिंग पर जोर दे रही हैं. इस वजह से आईटी कंपनियां अब ज्यादा भर्तियां करेंगी.


कंपनियां तेजी से भर्तियां करेंगी


पहली तिमाही में भर्तियां रोकने के बाद घरेलू मार्केट में इन कंपनियों ने अब तेजी से भर्ती करने का फैसला किया है. देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टीसीएस इस साल 40 हजार नई भर्तियां कर सकती हैं. कंपनी ने फ्रेशर और लेटरल भर्तियां शुरू की है. इन्फोसिस 20 हजार और एचसीएल 15 हजार भर्तियां करेंगी. कॉग्निजेंट भी 15 हजार भर्तियों की तैयारी कर रही है.कोविड-19 से पैदा आर्थिक संकट की वजह से कुछ मझोली आईटी कंपनियों ने नए ज्वाइन करने वालों के ज्वाइनिंग लेटर रोक दिए थे लेकिन अब ये भर्तियां शुरू हो गई हैं.


मझोली कंपनियों में भी काफी भर्तियां


जेनसर ने कहा है कि उसने पिछले महीने पांच लोकेशन फ्रेशर्स की भर्तियां की हैं. चूंकि पिछले तीन महीनों से कंपनियों ने भर्तियां नहीं की थीं इसलिए काफी बकाया भर्तियां हैं. पिछले कुछ महीनों के दौरान आईटी कंपनियों का रेवेन्यू घटा है. लेकिन अब स्थिति धीरे-धीरे बेहतर हो रही है. कंपनियों के बीच रेवेन्यू को लेकर विश्वास बढ़ा है. आईटी कंपनियों का कहना है कि इकनॉमी के हर सेक्टर में काम करने वाली कंपनियों का डिजिटलाइजेशन हो रहा है. उनका काफी काम डिजिटल मोड में हो रहा है. इसलिए आपके कमाई के अच्छे आसार हैं. कोविड-19 ने डिजिटल ट्रांसफोरमेशन की स्पीड काफी बढ़ा दी है. पहले बैंकिग सेक्टर डिजिटल ट्रांसफोरमेशन का जो प्रोजेक्ट 12-13 महीने में पूरा होता थ वह अब 2-3 महीने में पूरा हो रहा है. आईटी कंपनियों के मुताबिक मिड और सीनियर लेवल पर भी बड़े पैमाने पर भर्तियां हो रही हैं.