कोरोना वायरस संक्रमण से इकनॉमी को लगे गहरे धक्के ने लगभग हर सेक्टर को बुरी तरह प्रभावित किया है. इसलिए शेयर बाजार में निवेशकों की गतिविधियां सीमित हो गई हैं. संकट के इस दौर में सिर्फ टेक्नोलॉजी शेयरों में उम्मीद की किरण दिख रही है. शुक्रवार को इन्फोसिस के नेतृत्व में टेक्नोलॉजी शेयरों ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया. इन्फोसिसस 9.6 फीसदी बढ़ कर एनएसई में 910 रुपये पर बंद हुआ.
आईटी सेक्टर के शेयरों में निवेशकों का भरोसा बढ़ा
दरअसल अनिश्चित आर्थिक माहौल में निवेशक भारतीय सॉफ्टवेयर कंपनियों की क्षमता के प्रति आशावान हैं. उन्हें लग रहा है कि इस दौर में उनकी सॉफ्टवेयर एक्सपोर्ट क्षमता बरकरार रहेगी और वे लागत को भी काबू में रख सकेंगी. सॉफ्टवेयर कंपनियों के शेयरों में निवेशकों के भरोसे का ही नतीजा है कि शुक्रवार को निफ्टी आईटी इंडेक्स फरवरी 2003 के बाद सबसे ऊंचे स्तर पर बंद हुआ. आईटी इंडेक्स में 2.8 फीसदी की बढ़ोतरी हुई और यह 16,926.05 पर पहुंच गया. टाटा कंस्लटेंसी सर्विसेज यानी टीसीएस के शेयर थोड़े चढ़ कर 2,233 रुपये पर पहुंच गए. वहीं एलएंडटी इन्फोटेक, माइंड ट्री और एम्फेसिस के शेयरों में 3 से 5 फीसदी की बढ़ोतर दर्जकी गई. एचसीएल टेक्नोलॉजिज के शेयर तीन फीसदी चढ़ कर 634 रुपये पहुंच गए. हालांकि विप्रो में 0.6 फीसदी में गिरावट आई और यह 261.25 पर बंद हुआ.
वर्क फ्रॉम होम से लागत काबू में
आईटी कंपनियों को इस बीच सबसे अधिक फायदा पहुंचाया है वर्क फ्रॉम होम ने. इससे दूसरे सेक्टर की कंपनियों की तुलना में आईटी कंपनियों को अपनी लागत को काबू करने में ज्यादा आसानी हुई. आईटी सर्विसेज का इस्तेमाल करने वाले रिटेल, एविएशन , हॉस्पेटिलिटी और दूसरे कई सेक्टर अभी मंदी का सामना कर रहे हैं. लेकिन जैसी ही स्थिति सुधरेगी आईटी सेक्टर की कंपनियों की मांग में और इजाफा होगा. इसका इनके शेयरों पर सकारात्मक असर होगा. इसलिए आने वाले दिनों में आईटी सेक्टर के शेयरों में निवेश फायदेमंद हो सकता है.