नई दिल्ली: आईटीसी ग्रुप के चेयरमैन वाईसी देवेश्वर का शनिवार को 72 साल की आयु में निधन हो गया. उनके निधन के कारण पता नहीं चला है. बता दें कि उन्हें कुछ साल पहले कैंसर हुआ था. देवेश्वर का जन्म 1947 में लाहौर में हुआ था. उन्होंने आईआईटी दिल्ली और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की थी.


प्रतिभा के धनी थे वाईसी देवेश्वर
देवेश्वर ने साल 1968 में आईटीसी कंपनी ज्वॉइन की थी और वह 1996 में कंपनी के एग्जेक्यूटिव चेयरमैन बने थे. वह अपनी कुशल रणनीति से कंपनी को फलक पर ले गए. साल 2017 में वाईसी देवेश्वर आईटीसी के नॉन एग्जीक्यूटिव चेयरमैन बनाए गए. वर्तमान में संजीव पुरी इस कंपनी के सीईओ और एमडी हैं.


देवेश्वर के निधन पर आईटीसी कंपनी के एमडी संजीव पुरी ने शोक जताया है. उन्होंने कहा, "देवेश्वर ने कंपनी के इनक्लूसिव ग्रोथ के लिए काम किया है और यह उनका ही योगदान है कि कंपनी ने समाज में भी अपना योगदान सुनिश्चित किया."


समाज की बेहतरी में किया काम 
एमडी संजीव पुरी ने कहा कि देवेश्वर के नेतृत्व में आईटीसी ने राष्ट्र की बेहतरी के लिए कई कदम उठाए. उन्होंने कहा, "लेट्स पुट इंडिया फर्स्ट के माध्यम से देश की प्राथमिकताओं को पूरे करने में कंपनी ने मदद की." देवेश्वर को भारत सरकार ने पद्म भूषण सम्मान से सम्मानित किया है और उन्हें हार्वर्ड बिजनेस रिव्यू के द्वारा वर्ल्ड का सातवां बेस्ट सीईओ घोषित किया गया है.


बता दें कि आईटीसी कंपनी अनेक बिजनेस से जुड़ी हुई है. इसमें स्टेशनरी, होटल, तम्बाकु उत्पाद, एग्री बिजनेस, एजुकेशन प्रमुख हैं. कंपनी का मुख्यालय कोलकाता में है.


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