ITC Hotels Demerger: एफएमसीजी, सिगरेट, आईटी और होटल सेक्टर से जुड़ी दिग्गज कंपनी आईटीसी लिमिटेड से होटल कारोबार से जुड़ी कंपनी आईटीसी होटल्स के डिमर्जर के फैसले पर शेयरधारकों ने अपनी मुहर लगा दी है. 99.6 फीसदी शेयरधारक होटल बिजनेस के डिमर्जर योजना के पक्ष में है जबकि महज 0.4 फीसदी शेयरधारकों ने इसके खिलाफ वोट किया है. 


आईटीसी ने स्टॉक एक्सचेंज के पास फाइल किए गए रेग्यूलेटरी फाइलिंग में कहा, आईटीसी और आईटीसी होटल्स के शेयरधारकों और क्रेडिटर्स के बीच स्कीम ऑफर अरेंजटमेंट की मंजूरी के लिए ई-वोटिंग हुई जिसमें डिमर्जर को मंजूरी दे दी गई है. शेयरधारकों से मंजूरी मिलने के बाद पैरेंट कंपनी से आईटीसी होटल्स को अलग कर स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट कराया जाएगा. नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल ने कंपनी के सामान्य शेयरधारकों की बैठक बुलाने का आदेश दिया था. 


बीते वर्ष 14 अगस्त 2023 को कंपनी के बोर्ड की बैठक हुई थी जिसमें स्कीम ऑफ अरेंजमेंट को मंजूरी दी थी जिसमें ये तय किया गया कि आईटीसी के हर शेयरधारकों को पैरेंट कंपनी में 10 शेयर के बदले में होटल्स बिजनेस से जुड़ी कंपनी आईटीसी होटल्स का एक शेयर दिया जाएगा. डिमर्जर की प्रक्रिया पूरा होने के बाद स्टॉक एक्सचेंजों, सेबी, एनसीएलटी और दूसरे रेग्यूलेटरी अथॉरिटी से मंजूरी मिलने के बाद आईटीसी होटल्स की स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग होगी. 


होटल बिजनेस वाली कंपनी में 40 फीसदी हिस्सेदारी पैरेंट कंपनी के पास रहेगी. बाकी 60 फीसदी हिस्सेदारी आईटीसी के शेयरधारकों के पास होगी. एक रुपये शेयर का फेस वैल्यू होगा. आईटीसी ने अपने बयान में कहा था कि होटल कारोबार तेजी के साथ बढ़ते हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में अलग इकाई के रूप में ग्रोथ करने के लिए पूरी तरह तैयार है. कंपनी ने कहा कि नई होटल इकाई का फोकस बिजनेस के साथ कैपिटल फॉर्मेशन पर रहेगा. आईटीसी की संस्थागत ताकत, ब्रांड इक्विटी और गुडविल का फायदा उसे मिलता रहेगा. देशभर में 70 स्थानों पर आईटीसी के 11,600 कमरों साथ 120 होटल्स मौजूद है.


इससे पहले आईटीसी का शेयर आज के सत्र में 1.19 फीसदी के उछाल के साथ 435.40 रुपये पर क्लोज हुआ है. 


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