Hindenburg New Report: अमेरिकी शॉर्ट सेलर कंपनी हिंडनबर्ग (Hindenburg Research) एक बार फिर से चर्चा में है. दो महीने पहले भारत के अडानी समूह (Adani Group) के खिलाफ विवादास्पद रिपोर्ट लाने वाली इस कंपनी को अब नए मुकदमों का सामना करना पड़ सकता है. अब हिंडनबर्ग के खिलाफ जैक डोर्सी (Jack Dorsey) की पेमेंट कंपनी ब्लॉक इंक (Block Inc) कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है.


ब्लॉक के शेयर किए गए शॉर्ट


हिंडनबर्ग का विवादों से पुराना नाता रहा है. यह कंपनी अब तक दुनिया भर की कई अन्य कंपनियों के खिलाफ टारगेटेड रिपोर्ट ला चुकी है. हिंडनबर्ग किसी कंपनी को निशाना बनाकर उसके खिलाफ रिपोर्ट लाती है और वहीं दूसरी ओर निशाने पर ली गई कंपनी के शेयरों को शॉर्ट कर कमाई करती है. इस साल की शुरुआत में कुछ ऐसा ही अडानी समूह के साथ किया गया था और अब उसके निशाने पर ट्विटर के को-फाउंडर जैक डोर्सी की नई कंपनी ब्लॉक है. डोर्सी पेमेंट कंपनी के को-फाउंडर भी हैं और अभी सीईओ का पद संभाल रहे हैं.


ब्लॉक पर लगाए गए ये आरोप


हिंडनबर्ग ने अपनी ताजी रिपोर्ट में ब्लॉक के ऊपर यूजर्स की संख्या बढ़ा-चढ़ाकर दिखाने का आरोप लगाया है. रिपोर्ट की मानें तो ब्लॉक ने जानबूझकर अपने यूजर्स की संख्या बढ़ाकर दिखाई, ताकि नए यूजर्स को अपने साथ जोड़ने की लागत कम बताई जा सके. इसके अलावा हिंडनबर्ग ने ब्लॉक के सीईओ डोर्सी को भी निशाने पर लिया है. उसका कहना है कि डोर्सी ने महामारी के दौरान अपने हिस्से के शेयरों को बेचकर मोटी कमाई की.


ब्लॉक ने दिया ये बयान


वहीं ब्लॉक ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में अपने ऊपर लगाए गए सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया. ब्लॉक का कहना है कि उसके कैश ऐप बिजनेस के बारे में हिंडनबर्ग रिसर्च ने जो रिपोर्ट जारी की है, वह तथ्यात्मक रूप से गलत और भ्रामक है. कंपनी ने कहा कि पूरी रिपोर्ट को पढ़ने के बाद ऐसा लगता है कि जैसे इसे निवेशकों को बहकाने व भ्रमित करने के लिए तैयार किया गया है. ब्लॉक ने साथ ही यह भी बताया कि वह हिंडनबर्ग के खिलाफ कानूनी कदम उठाने के विकल्पों पर गौर कर रही है.


अडानी ने भी की थी कानूनी कार्रवाई की बात


इससे पहले जनवरी में हिंडनबर्ग ने अडानी समूह पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. हिंडनबर्ग का कहना था कि अडानी समूह ने गलत तरीके अपनाकर अपने शेयरों की वैल्यू बढ़ाई है, जो शेयर बाजार के इतिहास का सबसे बड़ा फ्रॉड है. इस रिपोर्ट के आने के बाद अडानी समूह ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए उन्हें एजेंडे पर आधारित बताया था. अडानी समूह ने भी हिंडनबर्ग के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की बात कही थी. रिपोर्ट आने के बाद अडानी समूह के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली थी. हालांकि उसके बाद से अब तक अडानी के शेयर अच्छी-खासी रिकवरी कर चुके हैं.


ये भी पढ़ें: अडानी समूह पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट का असर, बदलने वाली है एलआईसी के निवेश की योजना