(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
आत्मनिर्भरता - वैश्विक तनाव से होगा घरेलू डिफेंस कंपनियों को फायदा, जेफ्फरीज ने ये स्टॉक्स खरीदने की दी सलाह
India Defense Exports: अलग अलग देशों के साथ आपसी रिश्ते को बेहतर बनाकर भारत सरकार डिफेंस एक्सपोर्ट्स को बढ़ावा देने की कोशिशों में जुटी है जिसका लाभ मिलेगा.
India Defense Sector: वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव और भारत के रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता पर बढ़ते फोकस के चलते देश की घरेलू डिफेंस कंपनियों के आर्डर फ्लो में बड़ा उछाल देखने को मिल रहा है तो इसके चलते इन कंपनियों के रेवेन्यू में भी जोरदार आया है. अलग अलग देशों के साथ आपसी रिश्ते को बेहतर बनाकर भारत सरकार डिफेंस एक्सपोर्ट्स को बढ़ावा देने की कोशिशों में जुटी है. वित्त वर्ष 2023-24 से लेकर 2029-30 तक भारत रक्षा क्षेत्र में अपने खर्च को दोगुना कर सकता है. ऐसे में घरेलू रक्षा क्षेत्र की कंपनियों के शेयरों के दामों में आने वाले दिनों में भारी तेजी देखने को मिल सकती है.
इन शेयरों पर बुलिश है जेफ्फरीज
विदेशी ब्रोकरेज हाउस जेफ्फरीज ने रक्षा क्षेत्र में खर्च में बढ़ोतरी से लेकर एक्सपोर्ट्स पर फोकस के मद्देनजर हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स (HAL), डेटा पैटर्न्स (Data Patterns) के शेयर को खरीदने की सलाह दी है. तो भारत इलेक्ट्रॉनिक्स ( Bharat Electronics Limited) के स्टॉक्स पर ब्रोकरेज हाउस बेहद पॉजिटिव है.
जेफ्फरीज ने 3900 रुपये के टारगेट के लिए हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स को खरीदने की सलाह दी है जो फिलहाल 3589 रुपये पर कारोबार कर रहा है. ब्रोकरेज हाउस ने डेटा पैटर्न्स के शेयर को निवेशकों को खरीदने की सलाह दी है जो फिलहाल 2739 रुपये पर कारोबार कर रहा और 3545 रुपये का टारगेट दिया गया है. जेफ्फरीज ने 260 रुपये के लक्ष्य के लिए भारत इलेक्ट्रॉनिक्स का स्टॉक्स खरीदने की सलाह दी है 221.50 रुपये पर कारोबार कर रहा है.
भारत के लिए बड़ा अवसर
जेफ्फरीज ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि अगले 5 से 6 वर्षों में घरेलू डिफेंस कंपनियों के लिए 100 से 120 बिलियन डॉलर कारोबार का अवसर उपलब्ध है. सालाना इंडस्ट्री 13 फीसदी तक का ग्रोथ दिखा सकती है. रिपोर्ट के मुताबिक रक्षा क्षेत्र में खर्च करने के मामले में भारत दुनिया में तीसरे स्थान पर है. लेकिन अमेरिका के कुल खर्च के मुकाबले कैलेंडर ईयर 2022 में भारत का रक्षा खर्च केवल 10 फीसदी रहा था. जबकि चीन के मुकाबले केवल 27 फीसदी रहा था. डिफेंस इक्वीपमेंट के आयात के मामले में भारत दूसरे स्थान पर है. रिपोर्ट के मुताबिक स्वदेशीकरण के चलते भारत के डिफेंस एक्सपेंडिचर डबल डिजिट ग्रोथ दिखा सकता है. जेफ्फरीज का मानना अगले 5 से 6 सालों में डिफेंस एक्सपोर्ट सालाना 21 फीसदी का ग्रोथ दिखा सकता है.
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