Jet Airways: जज के सामने रोने लगे जेट एयरवेज के फाउंडर, बोले- छोड़ चुका हूं जिंदगी की सारी उम्मीद!
Naresh Goyal: बैंक फ्रॉड के आरोपों का सामना कर रहे जेट एयरवेज के फाउंडर नरेश गोयल जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान भावुक हो गए और नम आंखों से अपनी अपील जज को सुनाई...
Naresh Goyal: बंद हो चुकी एयरलाइन जेट एयरवेज के फाउंडर नरेश गोयल केनरा बैंक के साथ 538 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के केस में फंसे हुए हैं. शनिवार को स्पेशल कोर्ट के समक्ष पेशी के दौरान वह भावुक हो गए और आंखों में आंसू लिए बोले- मैं जिंदगी की हर उम्मीद छोड़ चुका हूं. ऐसी स्थिति में जीने से अच्छा होता कि जेल में ही मुझे मौत आ जाए.
नरेश गोयल पर बैंक फ्रॉड के आरोप
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने नरेश गोयल को 1 सितंबर को गिरफ्तार किया था. उनके ऊपर बैंक फ्रॉड के आरोप लगे हैं. ईडी ने उन पर प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्डरिंग एक्ट (PMLA) के तहत कार्रवाई की थी. उन्हें न्यायिक हिरासत में आर्थर रोड जेल में रखा गया है. उन्होंने पिछले महीने जमानत की याचिका दाखिल की थी. इस पर सुनवाई के दौरान उन्होंने निजी सुनवाई की मांग की थी. इसे जज ने मंजूर कर लिया.
पत्नी और बेटी के खराब स्वास्थ्य का हवाला भी दिया
कोर्ट रिकॉर्ड के अनुसार, जेट एयरवेज के 75 वर्षीय फाउंडर नरेश गोयल ने नम आंखों से कोर्ट को कहा कि उनकी पत्नी अनीता कैंसर की लड़ाई लड़ रही है. वह उन्हें बहुत याद करते हैं. उनकी देखभाल के लिए कोई नहीं. गोयल ने कहा कि उनकी बेटी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना कर रही है. उन्होंने जज से कहा कि मेरे घुटने सूजे हुए हैं. इनमें बहुत दर्द होता है. उन्हें पेशाब करने में भी काफी तकलीफ होती है. वह काफी कमजोर हो गए हैं. उन्हें जेजे हॉस्पिटल भेजने का भी कोई फायदा नहीं. आर्थर रोड जेल से हॉस्पिटल की यात्रा उनके लिए काफी दुखदायी होती है. इसलिए उन्हें जेजे हॉस्पिटल भेजने के बजाय जेल में ही मरने दिया जाए.
जज के सामने हाथ जोड़कर खड़े रहे, कांप रहा था पूरा शरीर
कोर्ट के रोजनामा (सुनवाई रिकॉर्ड) के मुताबिक, गोयल जज के सामने हाथ जोड़कर खड़े रहे और उनका पूरा शरीर कांप रहा था. उन्होंने कहा कि मेरी तबीयत बहुत खराब है. उन्होंने अपनी पत्नी और बेटी के स्वास्थ्य का मसला भी जज के सामने रखा. इसके अलावा उन्होंने कोर्ट से अपील की कि उन्हें सुनवाई के लिए न बुलाया जाए. उनका स्वास्थ्य इसकी मंजूरी नहीं दे रहा है.
अदालत ने उनके लिए उचित प्रबंध करने के आदेश दिए
इस पर जज ने कहा कि उन्हें खड़े रहने में भी समस्या हो रही है. उनकी तकलीफ को आंखों से भी देखा जा सकता है. हम उन्हें भरोसा दिलाते हैं कि उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का पूरा ख्याल रखा जाएगा. कोर्ट ने उनके वकीलों को निर्देश दिया कि उनके स्वास्थ्य को लेकर उचित प्रबंध किए जाएं. साथ ही अगली सुनवाई के लिए 16 जनवरी की तारीख निर्धारित की है.
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