नई दिल्ली: देश की प्रमुख एयरलाइंस कंपनियों के एयर पैसेंजर ग्रोथ में भारी गिरावट दर्ज की गई है. सोमवार को आई एक रिपोर्ट के अनुसार 2019 में देश की एयरलाइंस कंपनियों के पैसेंजर ग्रोथ रेट में 5 प्रतिशत की गिरावट हुई है. जबकि घरेलू उड़ानों में यह गिरावट 3.74 प्रतिशत दर्ज की गई है. वहीं 2018 में घरेलू उड़ानों में यात्रियों की संख्या में 18.6 प्रतिशत वृद्धि हुई थी. जिससे एयरलाइंस कंपनियों को 13. 89 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था.
रिपोर्ट के अनुसार, 2019 में जेट एयरलाइंस में एयर पैसेंजर ग्रोथ में कुल 4.98 प्रतिशत की कमी आई है. जबकी इंटरग्लोब एविएशन में 2. 24 प्रतिशत और स्पाइस जेट में .93 प्रतिशत की गिरावट आई.
डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन के एक वरिष्ठ अधिकारी नेबताया कि 2019 में एयर पैसेंजर ग्रोथ काफी निराशाजनक रहा है. उन्होंने इसके लिए जेट एयरवेज के खराब प्रदर्शन को जिम्मेदार ठहराया. जेट एयरवेज के कारण देश की सभी प्रमुख एयरलाइंस कंपनियों को विपरीत परिस्थियों का सामना करना पड़ा है. हालांकि उन्होंने वादा किया है कि 2020 एयलाइंस कंपनियों के लिए बेहतर होगा और वो बहुत जल्द डबल डिजिट ग्रोथ रेट के साथ वापसी करेंगे.
डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन द्वारा सोमवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार दिसंबर 2019 में घरेलू उड़ानों यात्रियों की संख्या में 2.56 प्रतिशत वृद्धि के साथ 1. 30 करोड़ रुपए सालाना का लाभ हुआ. जबकि नवंबर के महीने में 11.18 प्रतिशत की वृद्धि हुई.
रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल नवंबर की तुलना में दिसंबर 2019 में, देश की सभी बड़ी एयरलाइंस कंपनी- एयर इंडिया, गो एयर, स्पाइस जेट और इंडिगो में एयर पैसेंजर ग्रोथ में कमी आई है. दरअसल एयर पैसेंजर ग्रोथ को कुल सीट क्षमता के इस्तेमाल के आधार पर मापा जाता है.
2019 में घरेलू यात्री बाजार में हिस्सेदारी के हिसाब से इंडिगो 47.5 प्रतिशत शेयर के साथ पहले स्थान पर रहा. कंपनी अपनी क्वाटर्ली फाइनेंशियल रिपोर्ट को दिसंबर के आखिरी से 27 जनवरी के बीच घोषित करेगी.
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