Jet Airways: फिर से उड़ान भरेगा जेट एयरवेट, DGCA ने दी मंजूरी
Jet Airways Update: एयर ऑपरेटर सर्टिफिकेट हासिल करने के लिए डीजीसीए को संतुष्ट करने खातिर 15 मई से लेकर 17 मई के बीच के लिए जेट एयरवेट की प्रोविंग फ्लाइट ने कई बार दिल्ली से उड़ान भरा था.
Jet Airways 2.0: जेट एयरवेट फिर से उड़ान भरने को तैयार है. एविएशन सेक्टर की रेग्युलेटर डीजीसीए ने जेट एयरवेट को उड़ान भरने के एयर ऑपरेटर सर्टिफिकेट दे दिया है जिसके बाद विमानन कंपनी फिर से अपनी कर्मिशयल फ्लाइट ऑपरेशन शुरू कर सकेगी. जेट एयरवेट अपनी पहली डोमेस्टिक फ्लाइट जुलाई सितंबर के बीच दिल्ली से मुंबई के बीच उड़ान भरकर शुरू कर सकती है.
ऐसे मिला एयर ऑपरेटर सर्टिफिकेट
एयर ऑपरेटर सर्टिफिकेट हासिल करने के लिए एविएशन रेग्युलेटर डीजीसीए को संतुष्ट करने खातिर 15 मई से लेकर 17 मई के बीच के लिए जेट एयरवेट की प्रोविंग फ्लाइट ने कई बार दिल्ली से उड़ान भरा था. प्रोविंग फ्लाइट में डीजीसीए के अधिकारियों के साथ एयरलाइंस के अधिकारी पैसेंजर के तौर पर सफर किया था. साथ में क्रेबिन क्रू मेंबर भी थे. जेट एयरवेट के पास फिलाहल 9 एयरक्रॉफ्ट हैं जिसमें 5 बोईंग 777 और 4 बोईंग 738ृ7 शामिल है.
तीन साल बाद भरेगी उड़ान
गौरतलब है कि बीते पांच मई को जेट एयरवेज ने हैदराबाद से दिल्ली के लिए टेस्ट उड़ान भरी थी. यहां बता दें कि ये उड़ान पूरे 3 साल बाद भरी गई थी, क्योंकि 2019 में कंपनी दिवालिया होने के चलते सेवाएं बंद कर दी गईं थीं. पहले इसके नरेश गोयल जेट एयरवेट के प्रोमोटर थे. 19 अप्रैल 2019 के बाद जेट एयरवेज ने खस्ताहाल वित्तीय हालत के बाद अपना ऑपरेशन बंद कर दिया था. लेकिन अपने नए प्रोमोटर जालान-कालरॉक कंजॉर्शियम का हिस्सा होने के बाद जेट एयरवेज उड़ान भरने को तैयार है. एयरलाइन को सुरक्षा क्लीयरेंस भी दे दिया गया है.
जल्द जारी होगा फ्लीट प्लान
जालान-कलरॉक कंसोर्टियम के प्रमुख सदस्य मुरारी लाल जालान ने कहा डीजीसीए से मंजूरी मिले पर कहा कि, न केवल जेट एयरवेज के लिए, बल्कि भारतीय विमानन उद्योग के लिए आज एक नई सुबह का प्रतीक है. भारत की सबसे पसंदीदा एयरलाइन को फिर से आसमान पर लाकर हम इतिहास रचने वाले हैं. जेट एयरवेट के सीईओ संजीव कपूर ने कहा है कि एयरक्रॉफ्ट, फ्लीट प्लान, नेटवर्क, प्रोडक्ट लॉयल्टी ग्रोग्राम का ऐलान आने वाले दिनों में किया जाएगा.
डीजीसीए से AOC का था इंतजार
आपको बता दें टेस्ट फ्लाइट एविएशन रेग्युलेटर डीजीसीए को संतुष्ट करने के लिए उड़ान भरा जाता है जिससे ये दिखाया जा सके कि एयरक्रॉफ्ट और उसके कॉम्पोनेंट ठीक तरीके से ऑपरेट कर रहे हैं. टेस्ट फ्लाइट के बाद एयरलाइंस को प्रोविंग प्लाइट कंडक्ट करना होता है जिसके बाद डीजीसीए एयर ऑपरेटर सर्टिफिकेट (AOC) प्रदान करता है. प्रोविंग फ्लाइट में डीजीसीए के अधिकारियों के साथ एयरलाइंस के अधिकारी पैसेंजर के तौर पर सफर करते हैं साथ में क्रेबिन क्रू मेंबर भी होते हैं.
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