Jio Financial Services: रिसर्च रिपोर्ट का दावा जियो फाइनैंशियल सर्विसेज बन सकती है देश की पांचवीं सबसे बड़ी वित्तीय संस्थान
Reliance Industries: रिलायंस स्ट्रैजिक इन्वेस्टमेंट लिमिटेड का नाम जल्द ही जियो फाइनैंशियल सर्विसेज लिमिटेड (JFSL) किया जाएगा.
Jio Financial Services: जियो फाइनैंशियल सर्विसेज लिमिटेड ( Jio Financial Services Limited) देश की पांचवीं सबसे बड़ी फाइनैंशियल सर्विसेज कंपनी बन सकती है. Macquarie Research ने अपने रिसर्च रिपोर्ट में ये बातें कही है. दरअसल रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) जियो फाइनैंशियल सर्विसेज लिमिटेड के जरिए फाइनैंशियल सेक्टर में उतरने जा रही है. रिलायंस इंडस्ट्रीज से इस कंपनी का डिमर्जर होने वाला है जिसके बाद इसकी स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग होगी.
मौजूदा समय में एचडीएफसी बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस बैंक देश की चार बड़ी फाइनैंशियल कंपनियां है. Macquarie Research के मुताबिक जियो फाइनैंशियल सर्विसेज लिमिटेड में बैलंटशीट विस्तार करने की पूरी क्षमता है. मान लिया जाए कि रिलायंस इंडस्ट्रीज में जियो फाइनैंशियल सर्विसेज की 6.1 फीसदी हिस्सेदारी है तो उस हिसाब से उसका नेटवर्थ 1 लाख करोड़ रुपये बनता है जिसके हिसाब से वो देश की पांचवीं सबसे बड़ी वित्तीय संस्थान बन जाएगी.
रिपोर्ट के मुताबिक जियो फाइनैंशियल सर्विसेज पेमेंट बिजनेस में बड़ा खिलाड़ी बनकर उभर सकता है जिसके बाद फिनटेक कंपनियों के सामने बड़ी चुनौती खड़ी हो सकती है. जियो पेमेंट बैंक ( Jio Payment Bank) को प्रस्तावित जियो फाइनैंशियल सर्विसेज लिमिटेड ( Jio Financial Services Limited) का सब्सिडियरी बनाया जा सकता है. रिलायंस इंडस्ट्रीज के बोर्ड ने रिलायंस स्ट्रैटजिक इन्वेस्टमेंट लिमिटेड (RSIL) के डीमर्जर की मंजूरी देते हुए जियो फाइनैंशियल सर्विसेज के नए नाम के साथ कंपनी की स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग कराने का फैसला किया है. आरएसआईएल अभी रिलायंस इंडस्ट्रीज की सब्सिडियरी है. रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरहोल्डर्स तो हर एक रिलायंस के शेयर के बदले में जियो फाइनैंशियल सर्विसेज का एक शेयर मिलेगा.
जियो फाइनैंशियल सर्विसेज इंश्योरेंस, पेमेंट, डिजिटल ब्रोकिंग, के साथ एसेट मैनेजमेंट के क्षेत्र में उतरेगा जिसके लिए कंपनी के पास रेग्युलेटरी लाइसेंस मौजूद है. Macquarie Research रिपोर्ट के मुताबिक जियो फाइनैंशियल सर्विसेज को बैंकिंग लाइसेंस नहीं मिल पाएगा क्योंकि आरबीआई कॉरपोरेट हाउसेज को बैंकिंग लाइसेंस दिए जाने के पक्ष में नहीं है. रिलायंस के पास पहले से एनबीएफसी लाइसेंस मौजूद है.
जियो फाइनैंशियल सर्विसेज से मिलने वाली चुनौतियों के चलते ही पेटीएम के शेयर में मंगलवार को 11 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली है. बजाज फाइनैंस को भी जियो फाइनैंशियल सर्विसेज से कड़ी टक्कर मिलने वाली है.
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