देश के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी का भारतीय शेयर बाजारों में भी काफी दबदबा है. उनकी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज अभी देश की सबसे बड़ी लिस्टेड कंपनी है और उसके शेयरों की घट-बढ़ से घरेलू बाजार पर सबसे ज्यादा असर होता है. अब अंबानी घरेलू शेयर बाजार में नए सिरे से हलचल मचाने की तैयारी में हैं और मजेदार है कि नई कंपनी के आते ही कुछ नए रिकॉर्ड भी बनने वाले हैं.


डिमर्जर के बाद लिस्टिंग की तैयारी


तेल से लेकर रिटेल तक कारोबारी साम्राज्य चलाने वाली कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने हाल ही में जियो फाइनेंशियल सर्विसेज को डिमर्ज किया है. जियो फाइनेंशियल सर्विसेज को पहले रिलायंस स्ट्रेटजिक इन्वेस्टमेंट के नाम से जाना जाता था. अंबानी की कंपनी आने वाले दिनों में जियो फाइनेंशियल सर्विसेज को बाजार में लिस्ट कराने की तैयारी में है. यह लिस्टिंग घरेलू बाजार और निवेशकों के लिए काफी धमाकेदार होने वाली है.


लिस्ट होते ही बन जाएगी ऐसी कंपनी


हालांकि अभी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने जियो फाइनेंशियल सर्विसेज की लिस्टिंग की तारीख के बारे में आधिकारिक तौर पर अभी कुछ नहीं बताया है. बहरहाल लिस्टिंग जब भी हो, जियो फाइनेंशियल सर्विसेज बाजार में उतरते ही रिकॉर्ड बनाने वाली है. अभी रिलायंस के इस नए शेयर के लिए जो प्राइस डिस्कवरी हुईहै, उसके हिसाब से लिस्टिंग होते ही जियो फाइनेंशियल सर्विसेज देश की तीसरी सबसे बड़ी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी यानी एनबीएफसी बन जाएगी.


इतना रह सकता है बाजार पूंजीकरण


पैरेंट कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज से अलग होने के बाद जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयर के लिए प्राइस डिस्कवरी 261.85 रुपये प्रति यूनिट की दर से हुई है. इस हिसाब से देखें तो लिस्टिंग के बाद जियो फाइनेंशियल सर्विसेज का बाजार पूंजीकरण करीब 1.7 लाख करोड़ रुपये हो सकता है. इस वैल्यूएशन से जियो फाइनेंशियल सर्विसेज एक झटके में देश की तीसरी सबसे बड़ी एनबीएफसी बन जाएगी.


कई बड़ी कंपनियां छूट जाएंगी पीछे


एनबीएफसी सेगमेंट में उससे आगे सिर्फ बजाज की दोनों कंपनियां यानी बजाज फाइनेंस और बजाज फिनसर्व होंगी. बजाज फाइनेंस अभी 4.6 लाख करोड़ रुपये की बाजार वैल्यू के साथ देश की सबसे बड़ी एनबीएफसी है, जबकि 2.6 लाख करोड़ रुपये के साथ बजाज फिनसर्व दूसरे नंबर पर है. लिस्टिंग के बाद जियो फाइनेंशियल सर्विसेज वैल्यू के मामले में एलटीआई माइंडट्री, टाटा स्टील, कोल इंडिया और बजाज ऑटो जैसी कंपनियों से आगे निकल जाएगी.


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