(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
JIO BlackRock JV: अब फाइनेंशियल एडवाइजरी देंगे अंबानी, ब्लैकरॉक के साथ जियो फाइनेंस ने बनाया जेवी
Jio Financial BlackRock Advisors JV: जियो फाइनेंशियल सर्विसेज को कुछ समय पहले ही रिलायंस इंडस्ट्रीज से डीमर्ज कर स्टेंडअलोन कंपनी बनाया गया है...
मुकेश अंबानी की वित्तीय सेवा प्रदाता कंपनी जियो फाइनेंशियल सर्विसेज अब फाइनेंस एडवाइजरी सर्विस देने वाली है. इसके लिए अंबानी की कंपनी ने ब्लैकरॉक एडवाइजर्स सिंगापुर प्राइवेट लिमिटेड के साथ एक जॉइंट वेंचर बनाया है. जेवी को जियो ब्लैकरॉक इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स प्राइवेट लिमिटेड (Jio BlackRock Investment Advisers Private Limited) नाम दिया गया है.
6 सितंबर को बनाया गया जॉइंट वेंचर
जियो फाइनेंशियल सर्विसेज ने जेवी के बारे में शेयर बाजारों को 8 सितंबर को एक रेगुलेटरी फाइलिंग में जानकारी दी. कंपनी ने बताया कि सिंगापुर की ब्लैकरॉक के साथ मिलकर इस जेवी को 6 सितंबर 2024 को बनाया गया. जॉइंट वेंचर का मुख्य बिजनेस इन्वेस्टमेंट एडवाइजरी से जुड़ी सेवाएं प्रदान करना होगा, जिसे अभी नियामकीय मंजूरियां मिलनी बाकी हैं.
सरकार से मिल गया इनकॉरपोरेशन सर्टिफिकेट
जियो फाइनेंशियल ने बताया कि वह 10 रुपये प्रति इक्विटी शेयर की फेस वैल्यू के हिसाब से 30 लाख शेयरों के शुरुआती सब्सक्रिप्शन पर 3 करोड़ रुपये इन्वेस्ट करेगी. रिलायंस की एनबीएफसी कंपनी ने साथ ही शेयर बाजार को बताया कि जॉइंट वेंचर के लिए कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय से 7 सितंबर को इनकॉरपोरेशन सर्टिफिकेशन मिल गया.
अभी इतना है जियो फाइनेंस के एक शेयर का भाव
जियो फाइनेंशियल सर्विसेज को कुछ समय पहले ही रिलायंस इंडस्ट्रीज से अलग कर स्टैंडअलोन फाइनेंस कंपनी बनाया गया है. उस डिमर्जर के बाद जियो फाइनेंशियल के शेयर अलग से बाजार पर लिस्ट हुए हैं और ट्रेड कर रहे हैं. शुक्रवार को जियो फाइनेंशियल सर्विसेज का शेयर 2.45 फीसदी गिरकर 336.90 रुपये के स्तर पर बंद हुआ था.
पिछले महीने मिली एफडीआई बढ़ाने की मंजूरी
अंबानी की एनबीएफसी को पिछले महीने सरकार से एफडीआई की लिमिट बढ़ाने की मंजूरी मिली है. वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग ने कंपनी को पूरी तरह से डायलुटेड बेसिस पर प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की लिमिट को पेड-अप इक्विटी शेयर कैपिटल के 49 फीसदी के बराबर तक ले जाने की मंजूरी दी थी.
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