Reliance Jio IPO: देश के सबसे अमीर अरबपति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की टेलीकॉम कंपनी रिलायंस जियो के महा-आईपीओ (Reliance Jio IPO) 2025 के दूसरी या तीसरी तिमाही में लॉन्च होने के आसार है. इस बात की उम्मीद की जा रही है रिलायंस जियो आईपीओ के जरिए बाजार से 6.25 बिलियन डॉलर के करीब रकम जुटा सकती है. रिलायंस जियो आईपीओ के जरिए 100 बिलियन डॉलर वैल्यूएशन हासिल करने का लक्ष्य लेकर चल रही है. 


2186 रुपये तक जाएगा RIL 


विदेशी ब्रोकरेज हाउस सीएलएसए ने अपने रिपोर्ट में कहा, रिलायंस जियो और रिलायंस रिटेल के आईपीओ में देरी के चलते रिलायंस के शेयर में जोश ठंडा पड़ गया है. रिटेल बिजनेस के ग्रोथ की धीमी रफ्तार नेगेटिव फैक्टर बना है. हालांकि जियो और रिटेल कारोबार में सुधार पर लगातार ध्यान केंद्रित किया जा रहा है. नए एनर्जी प्रोजेक्ट्स ऐसा उत्प्रेरक है जिसे स्टॉक अभी नजरअंदाज कर रहा है. सीएलएसए ने जियो और रिटेल के चलते होने वाले वैल्यू अनलॉकिंग और नए एनर्जी बिजनेस के ऑयल टू केमिकल्स बिजनेस के साइज जितना बड़ा होने की संभावना के चलते रिलायंस इंडस्ट्रीज के स्टॉक का 2186 रुपये का टारगेट दिया है जो कि मौजूदा लेवल 1267 रुपये से 72.50 फीसदी ज्यादा है. 


Jio IPO के जरिए जुटा सकती है 6.25 बिलियन डॉलर


रिलायंस जियो के 125 बिलियन डॉलर के वैल्यूएशन के लिहाज से ये माना जा रहा है कि कंपनी आईपीओ के जरिए बाजार से 6.25 बिलियन डॉलर रकम जुटा सकती है. आईपीओ में प्रमोटर्स अपनी 5 फीसदी तक हिस्सेदारी बेच सकते हैं, सेबी के नियमों के तहत आईपीओ के लॉन्च करने के समय प्रमोटर्स के लिए कम से कम 5 फीसदी हिस्सेदारी को बेचना जरूरी है. 2025 में रिलायंस जियो के आईपीओ के बाद माना जा रहा है कि रिलायंस रिटेल का आईपीओ (Reliance Retail IPO) भी आ सकता है. रिलायंस रिटेल भी 125 से 150 बिलियन डॉलर के वैल्यूएशन पर बाजार से आईपीओ में पैसे जुटा सकती है.  


5 साल में लिस्ट कराने का था लक्ष्य 


रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कोरोना पूर्व 2019 में ही एजीएम मीटिंग में अगले पांच सालों में रिलायंस जियो और रिलायंस रिटेल को स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट कराने का एलान किया था. हालांकि इस प्लान में देरी होती चली गई. रिलायंस जियो के आईपीओ को लेकर ग्रुप की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है.


रिलायंस जियो है सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी 


रिलायंस जियो मोबाइल यूजर्स की संख्या के मामले में देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी है. देश की दूसरी सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी भारतीय एयरटेल (Bharti Airtel), रिलायंस जियो से इस मामले में पीछे है. इस लिहाज से ये माना जा रहा है रिलायंस जियो का वैल्यूएशन भारती एयरटेल से ज्यादा रह सकता है.  रिलायंस जियो के 480 मिलियन यानि 48 करोड़ सब्सक्राइबर्स हैं जबकि भारती एयरटेल के 40 करोड़ या 400 मिलियन सब्सक्राइबर्स है. हालांकि प्रति यूजर औसत रेवेन्यू (ARPU) में रिलायंस जियो, भारती एयरटेल से पीछे है. भारती एयरटेल का प्रति यूजर औसत रेवेन्यू 211 रुपये है तो रिलायंस जियो का 194 रुपये पर है. 


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