नई दिल्लीः फेसबुक और रिलायंस जियो के बीच पिछले हफ्ते ही साझेदारी की डील हुई है जिसके तहत फेसुबक ने जियो प्लेटफॉर्म्स में 9.99 फीसदी हिस्सेदारी 5.7 बिलियन डॉलर यानी 43,574 करोड़ रुपये में खरीदी है. इस डील के बाद जियो प्लेटफॉर्म्स, रिलायंस रिटेल और व्हॉट्सएप ने भी एक व्यापारिक साझेदारी का करार किया है. चूंकि व्हॉट्सएप भी फेसबुक के स्वामित्व वाली कंपनी है और रिलायंस रिटेल के अंतर्गत जियो मार्ट आता है तो जियो प्लेटफॉर्म्स के साथ फेसबुक की डील के तहत जियो मार्ट ने अपनी सर्विसेज भी व्हॉट्सअप के जरिए देने की शुरुआत कर दी है.
जियो मार्ट ने जारी किया व्हॉट्सअप नंबर
रिलायंस के वेंचर जियो मार्ट ने व्हॉट्सएप नंबर जारी कर दिया है और ये नंबर 88500 08000 है. इस नंबर के जरिए आप घर बैठे-बैठे ग्रॉसरी यानी किराना के सामान के ऑर्डर कर सकते हैं. हालांकि अभी होम डिलीवरी की सुविधा नहीं शुरू की गई है, ग्राहक ऑर्डर करने के बाद किराना स्टोर या जियो मार्ट स्टोर पर जाकर सामान ला सकते हैं.
कहां शुरू हुई है ये सर्विस
अभी जियो मार्ट ने मुंबई के सबअर्बन क्षेत्रों जैसे नवी मुंबई, कल्याण और ठाणे में ये सर्विस शुरू की है.
क्या है पूरा प्रोसेस
सबसे पहले जियो मार्ट का व्हॉट्सअप नंबर 88500 08000 अपने स्मार्टफोन में सेव कर लें.
इसके बाद जियोमार्ट व्हॉट्सएप नंबर सेव करने वाले ग्राहक के चैट विंडो पर एक लिंक भेजेगा जो कि सिर्फ 30 मिनट तक एक्टिव रहेगा.
इस लिंक पर क्लिक करने के बाद कस्टमर को एक नया पेज ओपन करना होगा जिसपर कस्टमर को अपना पता और फोन नंबर जैसी कुछ जानकारी सेव करनी होगी.
जरूरी डिटेल भरने के बाद जियो मार्ट ग्राहक के व्हॉट्सएप पर अपने यहां मौजूद सामानों की एक लिस्ट भेजेगी.
कस्टमर उस सामान की लिस्ट में से अपने पसंदीदा सामान को चुनकर ऑर्डर भेज देगा.
इसके बाद कस्टमर का ऑर्डर और उसकी डिटेल्स जियो मार्ट या आसपास के किराना स्टोर को भेज दिए जाएंगे.
सबसे आखिर में कस्टमर को उसी व्हॉट्सएप नंबर पर ये जानकारी मिल जाएगी कि आसपास के किस किराना दुकान या जियो मार्ट स्टोर को उसका ऑर्डर भेजा गया है और वो कितनी देर में उस ऑर्डर को जाकर ले सकता है.
फिलहाल कैश में होगा पेमेंट
फिलहाल ग्राहकों को कैश में पेमेंट करना होगा स्टोर से खुद जाकर अपना ऑर्डर लेना होगा.
इस सुविधा को फिलहाल मुंबई के तीन सबअर्बन में शुरू किया है जिनके नाम ऊपर बताए जा चुके हैं. रिलायंस की योजना इस सर्विस को पूरे देश में लागू करने की है और आगे चलकर इस सर्विस में काफी कुछ बदलाव किए जाने की उम्मीद है.
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