Car Shortage in India : देश में ऑटो कंपनियों की बिक्री में लगातार कई सालों से आ रहे उतार-चढ़ाव के बाद इस साल की दिवाली कंपनियों के लिए एक बार फिर से फीकी हो गई है. फेडरेशन ऑफ ऑटो डीलर्स एसोसिएशन याना फाडा ( FADA) के मुताबिक अक्टूबर 2021 में पिछले साल के मुकाबले करीब 30 फीसदी कम बिक्री हुई है. हालात ऐसे ही रहे तो ऑटो डीलरशिप पर नौकरी करने वालों को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है.
प्रोडक्शन में कमी से सेल्स प्रभावित
इस घटती बिक्री के पीछे कार कंपनियों के उत्पादन में कमी को वजह माना जा रहा है. साथ ही ये भी बताया जा रहा है कि डिलिवरी में हो रही लगातार देरी और ग्राहकों को गाड़ियां तय समय पर न मिलने से हालात बुरे हैं. डीलर्स का ये भी कहना है कि इस देरी की वजह से ग्राहक बुकिंग कैंसिल भी करा रहे हैं.
इन सब परेशानियों का सीधा संबंध ऑटो क्षेत्र के कारोबार है. अब घटती बिक्री का सीधा असर डीलरशिप के कारोबार पर पड़ने लगा है. हालांकि फाडा प्रेसिडेंट विंकेश गुलाटी का कहना है कि कोरोना की वजह से कम मार्जिन पर काम करना डीलर्स सीख गए हैं. उन्होंने ये भी कहा कि आज की तारीख में किसी भी जगह से जॉब लॉस की जानकारी नहीं मिल रही है. लेकिन ऐसे हालात चलते रहे तो आगे मुश्किल होगी.
डिस्काउंट 7 साल के निचले स्तर पर
गाड़ी बेचने वाले डीलर्स ये भी बताते हैं कि कार कंपनियों की तरफ से इस साल खास ऑफर भी नहीं आ रहे हैं. उनका कहना है कि मांग के मुताबिक सप्लाई बेहद कम है।. ऐसे में गाड़ियों की बिक्री से ज्यादा बड़ी समस्या उनकी उपलब्धता है. आलम ये है कि गाड़ियों पर इस साल मिलने वाला डिस्काउंट 7 साल के निचले स्तर पर पहुंच चुका है. विशेषज्ञों का आंकलन है कि अगले 6 महीने तक हालात ऐसे ही रहेंगे. वैश्विक बाजार में जब तक सेमीकंडक्टर का उत्पादन नहीं बढ़ेगा तब तक गाड़ियों के उत्पादन और डिलिवरी में तेजी आना मुश्किल है.
फिलहाल दीवाली और छठ जैसे त्योहारों को देखते हुए किसी को भी नौकरी से नहीं हटाया जा रहा है लेकिन हालात और ज्यादा न सुधरे तो कारों के डीलरों की कमाई कमजोर हो जाएगी और उसका असर इन नौकरियों पर पड़ना तय है.
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