Job Opportunities: देश में गिग वर्कर्स की संख्या को लेकर एक रिपोर्ट आई है जो बताती है कि इस फेस्टिव सीजन में उनके लिए लाखों नौकरियों के मौके बन सकते हैं. गिग वर्कर्स के लिए कई इंडस्ट्रीज में नौकरी के मौके बन सकते हैं और इसमें कई सेक्टर्स शामिल हैं. रिटेल, होटल, ई-कॉमर्स, लॉजिस्टिक्स, कंज्यूमर गुड्स से लेकर बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज और इंश्योरेंस (BFSI) में नौकरी की विशाल संभावनाएं बन रही हैं. 


क्या होते हैं गिग वर्कर्स


गिग वर्कर्स वो होते हैं जो संगठित उद्योगों या आर्गेनाइज्ड सेक्टर में परमानेंट वर्कर के तौर पर कार्य नहीं करते बल्कि कुछ अलग-अलग जॉब करके नौकरियों में बदलाव करते रहते हैं. इनमें आजकल मुख्य रूप से ज्यादातर वर्कर्स क्विक कॉमर्स या ऑनलाइन डिलीवरी पार्टनर्स के तौर पर आप अपने आस-पास देखते होंगे. 


जॉब के बारे में किसने निकाली है उत्साहजनक रिपोर्ट


नौकरियों के मामले में ये रिपोर्ट ह्यूमन रिसोर्स कंपनी एनएलबी सर्विसेज (NLB Services) ने निकाली है. इसके जरिए बताया गया है कि करीब 10 लाख नौकरियों की संभावना इस साल फेस्टिव सीजन में बन रही है. 


क्या होंगे हायरिंग के लिए कारण


दिसंबर तक खास तौर से त्योहारी सीजन रहेगा और इस दौरान रिटेल सेक्टर में बड़ी संख्या में नियुक्ति होंगी. वेयरहाउस स्टाफ से लेकर इंवेट्री मैनेजर, लॉजिस्टिक्स कोऑर्डिनेट्स, किराना पार्टनर्स और डिलीवरी ड्राइवर्स के लिए अपार नौकरियों के मौके बनेंगे. 


पीक डिमांड के दौरान ऑनलाइन पार्टनर्स के लिए काफी मौके


त्योहारी सीजन, सर्दियों की नई तरह की डिमांड और घर की जरूरतों को पूरा करने के लिए गिग डिलीवरी ड्राइवर्स के लिए 30 फीसदी ज्यादा जॉब और काम के मौके बनेंगे. इसमें इंडस्ट्री-स्पेसिफिक ट्रेंड्स देखा जाएगा और पीक डिमांड को पूरा करने के लिए ऑनलाइन डिलीवरी पार्टनर्स की जरूरत होगी.


क्या ये सिर्फ टेंप्रेररी जॉब होंगे या परमानेंट?


इकनॉमिक टाइम्स ने एनएलबी की रिपोर्ट के हवाले से लिखा है कि जितने भी जॉब क्रिएशन होंगे उनमें से 70 फीसदी जॉब के लिए सीजनल डिमांड के तौर पर नौकरियों के मौके बनेंगे. हालांकि 30 फीसदी जॉब ऐसे भी होंगे जो कि परमानेंट नौकरी के तौर पर होंगे और उनकी हायरिंग ज्यादा स्टेबल जॉब के तौर पर होगी. 


नए गिग वर्कर्स में महिलाओं की भागीदारी का रेश्यो होगा ज्यादा


वहीं खास बात ये भी है कि महिलाओं की भागीदारी इस तरह के गिग वर्किंग में ज्यादा होगी. रिपोर्ट के मुताबिक उनकी कुल जॉब पाने वालों में संख्या 35 फीसदी के आसपास होगी. इसका एक कारण ये भी है कि ऑनलाइन जॉब से लेकर ब्रांड को प्रमोट करने के लिए महिलाओं को ज्यादा नौकरियां देने का ट्रेंड काफी पहले से चला आ रहा है और आजकल ब्यूटी और ग्रूमिंग, ऑनलाइन ट्यूटोरियल्स, घरेलू हेल्प, कैब ड्राइविंग आदि से लेकर फूड डिलीवरी तक के काम करने के लिए वुमनफोर्स तैयार है. 


ये भी पढ़ें


दिल्ली-एनसीआर से गुरुग्राम तक, आसमान छू रही प्रॉपर्टी की कीमत फिर भी घर खरीदने के ट्रेंड में रौनक