Jobs India 2023: दुनियाभर में आर्थिक मंदी को लेकर कई टेक कंपनियों (Tech Companies) में कर्मचारियों को नौकरी से बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है. सैकड़ों कंपनियां अपने खर्च को कम करने के लिए कर्मचारियों की छंटनी (Layoffs) कर रही हैं. ये दौर इस साल भी थमने का नाम नहीं ले रहा है. वहीं दूसरी ओर, भारत में इस मंदी का कोई खास असर नहीं है. देश के कई सेक्टरों में हजारों की संख्या में लोगों को नई नौकरी के लिए ऑफर दिए जा रहे हैं. इस बात का खुलासा वैश्विक रोजगार वेबसाइट इंडीड (Indeed) के मासिक आंकड़ों (Monthly Data From Global Employment Website Indeed) में हुआ है. जानिए आंकड़ों में क्या है खास...


इन सेक्टर में बढ़ी कर्मचारियों की मांग 


रिपोर्ट के अनुसार, भारत में मेडिकल (Medical), फूड सर्विस (Food Service), कंस्ट्रक्शन (Construction) और एजुकेशन (Education) क्षेत्र में नौकरियों की भरमार निकली है. खास कर गैर-प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में कुशल युवाओं की मांग बढ़ती दिखाई दे रही है. ये आंकड़े तब आ रहे हैं, जब बहुराष्ट्रीय प्रौद्योगिकी कंपनियों से लोगों को नौकरी से निकाला जा रहा है.


किस सेक्टर में कितनी निकली जॉब्स


आंकड़ों के अनुसार, दिसंबर, 2022 में सबसे ज्यादा डेंटल और नर्सिंग जैसे चिकित्सा संबंधी क्षेत्रों में नौकरियों के आवेदन मांगे गए हैं. साथ ही फूड सर्विस (8.8 प्रतिशत), कंस्ट्रक्शन (8.3 प्रतिशत), आर्किटेक्ट (7.2 प्रतिशत), एजुकेशन (7.1), थेरेपी (6.3 प्रतिशत) और मार्केटिंग (6.1 प्रतिशत) क्षेत्र की नौकरियों के विज्ञापन निकाले गए हैं.


कोरोना के बाद सुधरे हालत 


देश में निर्माण और इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों में कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के बाद कारोबार जैसे तैसे पटरी पर लौट रहा है. रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोना काल में लोगों को सबसे पहले नौकरी से निकालने वाले मार्केटिंग सेक्टर में काफी तेजी आई है. पिछले साल ब्रांड्स ने ग्राहकों के अनुभव को बढ़ाने के साथ-साथ व्यापार और बिक्री से मांग वृद्धि कराने के लिए मार्केटिंग की जरूरत को समझा है.


किस शहर में कितनी मिली नौकरी


रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल 2021 से दिसंबर माह, 2022 तक नौकरियों देने के मामले में 16.5 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ बेंगलुरु सबसे आगे रहा है. साथ ही 8.23 प्रतिशत के साथ मुंबई दूसरे पायदान पर रहा है. वही पुणे (6.33 प्रतिशत) और चेन्नई (6.1 प्रतिशत) का नंबर आता है. अहमदाबाद, कोयंबटूर, कोच्चि, जयपुर और मोहाली जैसे दूसरी श्रेणी के शहर से 6.9 प्रतिशत नौकरी के लिए आवेदन मांगे गए हैं. इससे पता चलता है कि छोटे शहरों में नौकरियों की मांग बढ़ती जा रही है.


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