Sensex Rejig: टॉप 30 से बाहर होगी एचडीएफसी, इस कंपनी को मिलने वाली है जगह
Index Rejig: एचडीएफसी लिमिटेड का एचडीएफसी बैंक के साथ विलय के चलते बीएसई सेंसेक्स में बदलाव करने की जरूरत पड़ी है. बीएसई सेंसेक्स में टॉप-30 सूचीबद्ध कंपनियां रहती हैं...
भारतीय कॉरपोरेट इतिहास की सबसे बड़ी डील से न सिर्फ बैंकिंग जगत पर असर हो रहा है, बल्कि प्रमुख शेयर सूचकांकों का स्वरूप भी बदल रहा है. हम बात कर रहे हैं एचडीएफसी लिमिटेड (HDFC) यानी हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन (Housing Development Finance Corporation) के एचडीएफसी बैंक के साथ विलय की.
सबसे बड़ी डील के कारण बदलाव
चूंकि बाजार पूंजीकरण (MCap) के हिसाब से एचडीएफसी लिमिटेड की गिनती चोटी की कंपनियों में होती आई है, इसके मर्जर के बाद अब ऊपर से सूचकांकों में बदलाव करने की जरूरत पड़ रही है. बीएसई (BSE) ने इस बारे में बताया है कि उसके 30 सबसे बड़े शेयरों वाले सूचकांक एसएंडपी बीएसई सेंसेक्स (S&P BSE Sensex) में एचडीएफसी लिमिटेड की जगह अब जेएसडब्ल्यू स्टील (JSW Steel) लेने वाली है. यह बदलाव 13 जुलाई से प्रभावी होगा.
बीएसई के इन सूचकांकों में भी बदलाव
वहीं बीएसई 100 इंडेक्स (BSE 100) में एचडीएफसी लिमिटेड की जगह जोमैटो (Zomato) को मिलने वाली है. बीएसई ने बताया है कि इसी तरह एचडीएफसी लिमिटेड की जगह पर बीएसई 50 इंडेक्स (BSE 50) में अपोलो हॉस्पिटल्स (Apollo Hospitals) और बीएसई 500 इंडेक्स (BSE 500) में जेबीएम ऑटो कंपोनेंट्स लिमिटेड (JBM Auto Components Ltd) को शामिल किया जाने वाला है.
13 जुलाई से लागू होगा बदलाव
बीएसई ने कहा कि एचडीएफसी लिमिटेड को 13 जुलाई से उसके सभी सूचकांकों से बाहर कर दिया जाएगा. एचडीएफसी लिमिटेड का एचडीएफसी बैंक के साथ मर्जर 1 जुलाई से प्रभावी हो गया है. डील के तहत एचडीएफसी लिमिटेड के शेयरधारकों को नई संयुक्त कंपनी के शेयर अलॉट करने के लिए 13 जुलाई को रिकॉर्ड डेट सेट किया गया है.
निफ्टी 50 में इस कंपनी को जगह
बीएसई ने कुछ सूचकांकों से टीवीएस मोटर कंपनी (TVS Motor Company) और अपोलो टायर्स (Apollo Tyres) को निकालने की भी जानकारी दी है. वहीं दूसरी ओर एनएसई (NSE) को भी इस मर्जर डील के चलते बदलाव करने पड़ रहे हैं. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के सबसे बड़े सूचकांक निफ्टी 50 (Nifty 50) में एचडीएफसी लिमिटेड की जगह एलटीआई माइंडट्री (LTI Mindtree) को दी जा रही है, जो इंजीनियरिंग कंपनी एलएंडटी (L&T) की सब्सिडियरी है.
ये भी पढ़ें: नहीं पड़ेगी सीए को पैसे देने की जरूरत, खुद से ऐसे फाइल कर सकते हैं आईटीआर