Sajjan Jindal: भारतीय कंपनियों का ग्लोबल विस्तार तेजी से जारी है. हाल ही में जानकारी सामने आई थी कि भारत इंटरप्राइजेज ने ब्रिटेन की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी बीटी ग्रुप में बड़ी हिस्सेदारी खरीदकर टाटा-महिंद्रा जैसे दिग्गजों की लिस्ट में अपना नाम शामिल कर लिया है. अब देश की दिग्गज कंपनी जेएसडब्ल्यू स्टील (JSW Steel) ने ऑस्ट्रेलिया की एक बड़ी माइनिंग कंपनी एम रेस एनएसडब्ल्यू (M Res NSW) के अधिग्रहण का ऐलान किया है. इसे जेएसडब्ल्यू के लिए बड़ी सफलता के तौर पर देखा जा रहा है. इससे कंपनी को कच्चे माल की दिक्कत नहीं होगी. 


जेएसडब्ल्यू स्टील नीदरलैंड्स के माध्यम से किया गया सौदा 


सज्जन जिंदल (Sajjan Jindal) के नेतृत्व वाली जेएसडब्ल्यू स्टील तेजी से विस्तार करने में जुटी हुई है. कंपनी ने अपनी सब्सिडियरी जेएसडब्ल्यू स्टील नीदरलैंड्स (JSW Steel Netherlands) के माध्यम से यह सौदा किया है. कंपनी ने एम रेस एनएसडब्ल्यू में 66.67 फीसदी हिस्सेदारी का अधिग्रहण कर लिया है. कंपनी ने सोमवार को एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि JSW स्टील के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने 12 अगस्त, 2024 को एक बैठक में एम रेस एनएसडब्ल्यू के अधिग्रहण को मंजूरी दे दी है. जेएसडब्ल्यू स्टील नीदरलैंड ने यह सौदा 12 करोड़ डॉलर में किया है.


हाल ही में मोजाम्बिक में खरीद लिया था कोल प्रोजेक्ट  


जेएसडब्ल्यू स्टील ने कहा कि कच्चे माल की सुरक्षा और लागत में कमी के उद्देश्य से यह अधिग्रहण किया गया है. शर्तों के अनुसार, जेएसडब्ल्यू स्टील को एम रेस एनएसडब्ल्यू में 5 करोड़ डॉलर का निवेश करना होगा. हाल ही में जेएसडब्ल्यू स्टील ने मोजाम्बिक में भी कोल माइन प्रोजेक्ट चलाने वाली मिनास डी रेवुबो लिमिटाडा (Minas de Revuboe Limitada) का अधिग्रहण किया था. जेएसडब्ल्यू स्टील ने साल 2030 तक 50 मिलियन टन स्टील प्रोडक्शन कैपेसिटी हासिल करने का लक्ष्य रखा है.


न्यू साउथ वेल्स की इन खदानों में है कोकिंग कोयले का भंडार


एम रेस एनएसडब्ल्यू का मालिकाना हक मैथ्यू लैटिमोर (Matthew Latimore) के पास है. वह एम रिसोर्सेज प्राइवेट लिमिटेड (M Resources) के मालिक हैं. यह माइनिंग, इनवेस्टमेंट, मार्केटिंग और ट्रेडिंग कंपनी है. इसका हेडक्वार्टर ऑस्ट्रेलिया में है. एम रेस एनएसडब्ल्यू की गोल्डन एम एनएसडब्ल्यू प्राइवेट लिमिटेड में 30 फीसदी हिस्सेदारी है. इनकी खदानें ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स में हैं. इन खदानों में 99 मिलियन टन प्राइम हार्ड कोकिंग कोयले का भंडार है.


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