Government Scheme 2022: आज हम आपको ऐसी योजना के बारे में बता रहे हैं जो खासतौर से बेटियों को ध्यान में रखकर तैयार किया है. बेटियों के प्रति नाकारत्मक सोच के कारण वे हमेशा से स्वास्थ्य शिक्षा जैसी मौलिका अधिकारों से वंचित रह जाती हैं. इसे खत्म करने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ऐसी योजना लेकर आई है जिसके तहत बेटियों को राज्य सरकार की तरफ से 15,000 रुपये आर्थिक सहायता के तौर पर दिया जाता है.
जानिए क्या है स्कीम?
प्रदेश की योगी सरकार उत्तर प्रदेश की लड़कियों के लिए कन्या सुमंगला योजना (Kanya Sumangla Yojana) लेकर आई है. इस योजना को तहत बेटियों को पूरे 15,000 रुपये राज्य सरकार के तरफ से दिए जाते हैं. योजना के लाभ केवल प्रदेश की बेटियां ही ले सकती हैं.
कितने रुपये का मिलता है फायदा?
योगी सरकार की कन्या सुमंगला योजना (Kanya Sumangla Yojana)के तहत बेटियों को पूरे 15000 रुपये का फायदा मिलता है. इसमें कुल 15000 रुपये ट्रांसफर की राशि को 6 समान किस्तों में दिया जाता है.
किस तरह मिलेंगे 15000 रुपये
आपको बताते हैं किस प्रकार प्रदेश सरकार बेटियों को 15,000 रुपये देती हैं. छह श्रेणियों में विभाजित कर पैसे इस प्रकार दिए जाते हैं.
1. बालिका के जन्म होने पर - पहली किस्त के 2000 रुपये -
2. एक वर्ष तक के पूर्ण टीकाकरण पर - दूसरी किस्त के 1000 रुपये
3. कक्षा एक में प्रवेश लेने पर - तीसरी किस्त के 2000 रुपये
4. कक्षा 6 में प्रवेश लेने के बाद - चौथी किस्त के 2000 रुपये
5. कक्षा 9 में एडमिशन के बाद - पांचवी किस्त के 3000 रुपये
6. 10वीं या 12वीं कक्षा में उत्तीर्ण करके स्नातक या फिर 2 साल से अधिक अवधि के डिप्लोमा कोर्स पर - छठी किस्त के 5000 रुपये दिए जाते हैं.
चेक करें ऑफिशियल वेबसाइट
इस स्कीम के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप ऑफिशियल वेबसाइट https://mksy.up.gov.in/women_welfare/index.php पर विजिट कर लें.
जानिए किन लोगों को मिलेगा फायदा
योजना का लाभ उसी बेटी को मिलेगा जिसका जन्म एक अप्रैल 2019 को या उसके बाद हुआ होगा.
योजना का लाभ उसी बेटी को मिलेगा जिसका परिवार उत्तर प्रदेश का निवासी होगा.
साथ ही परिवार के पास स्थायी निवास प्रमाण पत्र हो, जिसमें राशन कार्ड/ आधार कार्ड/ वोटर पहचान पत्र/ इलेक्ट्रिसिटी/ टेलीफोन होना चाहिए और वही मान्य होगा.
लाभार्थी की सलाना आय अधिकतम 3 लाख रुपये हो.
किसी परिवार की अधिकतम दो ही बच्चियों को योजना का लाभ मिल सकेगा.
परिवार में अधिकतम दो बच्चे हों.
अगर किसी के घर में पहली संतान लड़की हो और बाद में जुड़वा संतान में दोनों लड़की हों तो ऐसी स्थिति में तीनों बालिकाओं को इस सुविधा का लाभ मिलेगा.
प्रदेश सरकार ने अपने वेबसाइट में बताया है कि बालिकाओं और महिलाओं को सामाजिक सुरक्षा के साथ विकास के नए असर प्रदान करने के लिए इस योजना की शुरुआत की गई है. इससे जहां कन्या भ्रूण हत्या और बाल विवाह जैसी कुरितियों पर रोक लगाने में मदद मिलेगी, महिलाएं का सशक्तिकरण होगा, वहीं बेटियों को उच्च शिक्षा और रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे.
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