India Post Update: भारतीय डाक (India Post) विभाग अपने लगभग 4 लाख कर्मचारियों को मिशन कर्मयोगी योजना के तहत ट्रेनिंग दे रहा है. इस योजना का मुख्य उदेश्य पोस्टल डिपार्टमेंट के कर्मचारियों को काम के लिहाज से आम जनता के लिए अनुकूल बनाना है. कर्मचारियों को ट्रेनिंग में यह सिखाया जा रहा है कि कैसे आम लोगों के साथ अच्छा व्यवहार किया जाये और बिना गोल-मोल के उनके काम किये जाए.


केंद्रीय संचार राज्य मंत्री देवु सिंह चौहान ने जानकारी देते हुए कहा कि पोस्टल डिपार्टमेंट में पहले से कई बड़े सुधार हुए है. डिपार्टमेंट ने भारतीय रेलवे के साथ मिलकर ज्वाइंट पार्सल डिलीवरी सर्विस की शुरुआत की है. इसके तहत दोनों विभाग मिलकर लोगों को उनके दरवाजे तक सामानों की डिलीवरी दे रहे हैं. 


मंत्री चौहान ने कहा कि देश में डाक विभाग सबसे भरोसेमंद संगठनों में से एक है, जो लोगों को सेवा प्रदान कर रहा है. डाककर्मी और 2.5 लाख ग्रामीण डाक सेवक विभाग के फ्रंट वर्कर्स हैं और वे हर नागरिक को उनके दरवाजे पर सेवा मुहैया करा रहे हैं. इसी सिलसिले को आगे बढ़ाने के लिए 28 जून से मिशन कर्मयोगी की शुरुआत हुई है, जिसके तहत 4 लाख डाककर्मियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है.


कच्छ में ड्रोन से डिलीवरी 
मंत्री चौहान ने कहा कि गुजरात के कच्छ जैसे इलाकों में ड्रोन से सामानों की डिलीवरी की जा रही है. आपको बता दें कि इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के पास अकेले पूर्वात्तर भारत में कुल 10.97 लाख अकाउंट हैं, जिनमें 71.27 करोड़ रुपये जमा हैं. इनमें से ज्यादातर ग्रामीण इलाकों में हैं.


मंत्री ने कहा कि इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक की सर्विस के माध्यम से 6 लाख गांवों में से करीब 25 हजार गांवों में अभी भी मोबाइल कवरेज नहीं है. अब इन गांवों में अतिरिक्त मोबाइल टावर लगाने की एक योजना विभाग तैयार कर रहा है.



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