Kavach: देश में ‘कवच’ को तेजी से लागू किया जाएगा, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दिलाया भरोसा
Kavach: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि देश में विकसित टक्कर-रोधी प्रणाली ‘कवच’ जैसी आधुनिक प्रौद्योगिकी को अब भारतीय रेलवे में तेजी से लागू किया जाएगा.
Kavach: रेल मंत्री अश्विनी अश्विनी वैष्णवने कहा है कि देश में विकसित टक्कर-रोधी प्रणाली ‘कवच’ जैसी आधुनिक प्रौद्योगिकी को अब तेजी से लागू किया जाएगा. उन्होंने कहा कि भारत ने तीसरी बार प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व को चुना है, जो निर्णायक और दूरदर्शी है और इसका प्रभाव भारताय रेलवे सहित जीवन के हर पहलू में दिखाई देता है.
रेलवे का राजनीतिकरण किया गया- रेल मंत्री का आरोप
अश्विनी वैष्णव ने आरोप लगाया कि रेलवे जैसे तकनीकी संगठन का राजनीतिकरण किया गया था. उन्होंने कहा कि इसमें हमेशा प्रौद्योगिकी एवं निवेश की कमी रही और दशकों तक कुछ भी नहीं बदला. रेल मंत्री ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसमें व्यापक बदलाव किए और रेलवे में निवेश दस गुना बढ़ा. उन्होंने हमें नई प्रौद्योगिकी अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया और सबसे बढ़कर उन्होंने हमारी मानसिकता बदल दी." अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के तीन वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने से पहले अपने स्वागत भाषण में यह बात कही है.
उत्तर से दक्षिण तक #VandeBharat की सेवा!
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) August 31, 2024
3 नई वंदे भारत ट्रेनों की शुरुआत के लिए प्रधानमंत्री @narendramodi जी का आभार।
🚄मेरठ-लखनऊ
🚄मदुरै-बेंगलुरु
🚄चेन्नई-नागरकोइल pic.twitter.com/5aoYdrsDdw
क्या है रेलवे के लिए 'कवच'
रेल मंत्री ने विभिन्न पहल का उल्लेख करते हुए पटरियों का विद्युतीकरण, वंदे भारत रेलगाड़ियों की शुरुआत, वंदे मेट्रो का परीक्षण और टक्कर-रोधी प्रणाली कवच लागू करने के बारे में जानकारी दी. 'कवच' सिस्टम लोको पायलट के जरिए ब्रेक लगाने में असफल रहने की स्थिति में ऑटोमैटिक रूप से ब्रेक लगाकर ट्रेन को जरूरी स्पीड लिमिट के भीतर चलाने में सहायक होता है. साथ ही इस कवच प्रणाली के जरिये खराब मौसम के दौरान ट्रेन को सुरक्षित रूप से चलाने में भी मदद मिलती है.
Best in the world बनना है!
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) September 1, 2024
🚄Vande Bharat Sleeper!
📍BEML in Bengaluru, Karnataka. pic.twitter.com/76bf1i9t2S
कवच आगे मौजूद ट्रेन या किसी और रुकावट को पहचान कर रेलगाड़ी को रोकने में सक्षम है जिससे ट्रेनों की टक्कर और पटरी से उतरना रोका जा सकने का दावा किया गया था. ये भी जानें कि साल 2021 में पहला कवच टेंडर जारी किया गया था जो कि सिर्फ 3000 किलोमीटर का था. कवच सिस्टम मानवीय भूल से होने वाले एक्सीडेंट रोकने में सक्षम है.
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