Car Loan: कार लोन लेते समय इन बातों का रखें ध्यान, क्या है रिपेमेंट टेन्योर, पढ़िए पूरी डिटेल्स
Car Loan लेते समय आपको कभी जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए. आपको कई जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए.
Car Loan Repayment Tenure: अगर आप अपने लिए कार खरीदने (Buy Car) जा रहे है, और कार आपके बजट से कुछ ऊपर है. तो ऐसी स्थिति में आप कार पर लोन का सहारा ले सकते है. कार लोन (Car Loan) लेते समय आपको कभी जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए. आपको कई जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए. हम इस खबर में आपको बैंक या किसी वित्तीय कंपनी से कार लोन लेते समय सावधानी के बारे में बताने जा रहे है. साथ ही रिपेमेंट टेन्योर क्या है. इन बातों का आपको जरूर ध्यान रखना चाहिए.
अपनी इनकम के हिसाब से चुने लोन
अगर आपकी इनकम अच्छी है, तो आपको लोन अमाउंट चुकाने में कोई परेशानी नहीं होगी. अगर आप समय पर लोन चुका देते हैं तो कर्ज देने वाले वित्तीय संस्थानों को आपकी योग्यता का आकलन करने और जल्द ही लोन जारी करने में काफी सहूलियत हो जाती है.
ऐसे कम करें अपनी EMI
कार लोन ज्यादातर 3 से 5 साल की अवधि के लिए मिलता है. कुछ बैंक 7 साल के लिए लोन देती हैं. ऐसे में लोन की अवधि लंबी होने पर उसकी किस्त (EMI) कम हो जाती है. ज्यादा अवधि के लिए लोन लेने पर आपको ब्याज ज्यादा देना पड़ता है. कार जितनी पुरानी होगी उसकी कीमत उतनी की कम होगी. इस लंबी अवधि के लिए लोन लेना समझदारी नहीं है.
इतना ले सकते है लोन
आप कम अवधि के लिए कार लोन लेने पर ज्यादा ईएमआई देते है. कार लोन पर कई तरह की शर्तें होती हैं. कुछ बैंक कार की एक्स-शो रूम कीमत के बराबर लोन दे देते हैं, जबकि कुछ बैंक 80 फीसदी तक लोन ही देते हैं. कार लोन लेते समय इंटरेस्ट रेट और प्रोसेसिंग फीस (Processing Fee) के साथ दूसरे चार्जेज (Other Charges) को देखना पड़ता है.
क्रेडिट स्कोर को बनाए बेहतर
आपको लोन के लिए अप्लाई करते समय अपना क्रेडिट स्कोर देखना होगा. अगर आपका क्रेडिट स्कोर 750 या उससे अधिक है. तो आपको बैंक या वित्तीय संस्थान अच्छा लोन दे सकती है. एक अच्छा क्रेडिट स्कोर से आप वित्तीय संस्थान द्वारा लोन जारी करने के बाद उसके पैसे डूबने का जोखिम कम हो जाता है. आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा होगा, तो कम समय में लोन मिल जाएगा.
क्या है रिपेमेंट टेन्योर
कार लोन का रिपेमेंट टेन्योर एक अहम कड़ी है. फंड जुटाने के लिए लंबी अवधि के लोन को चुना जाता है. तो उसे चुकाने में मंथली किस्त यानी ईएमआई (EMI) कम आएगी. इस लोन पर ज्यादा ब्याज जमा करनी होगी. वहीं अगर छोटी अवधि का लोन चुना जाता है तो मंथली किस्त अमाउंट ज्यादा पेमेंट करनी होती है. इस स्थिति में लोन को जल्दी चुकाने पड़ते हैं. अगर आप कम अवधि वाले कार लोन को चुनते हैं तो कर्ज देने वाले वित्तीय संस्थान उस पर कम ब्याज दर की पेशकश करते हैं.
ऐसे चुने लोन अमाउंट
आपको फाइनेंशियल बोझ और रिपेमेंट के मामले से बचने के लिए लोन अमाउंट को चुनते समय सावधानी बरतनी होगी. लोन अमाउंट जितना अधिक होगा, मंथली किस्त रिपेमेंट अमाउंट उतना ज्यादा होगा. ज्यादा किस्त अमाउंट चुकाने से बचने के लिए आपको अपने लोन की अवधि को लंबा रखना चाहिए.
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