KFin Technologies IPO: फाइनैंशियल सर्विसेज प्लेटफॉर्म कंपनी KFin Technologies अपना आईपीओ (Initial Public Offering) लेकर आने वाली है. शेयर बाजार ( Share Market) के रेग्युलेटर सेबी (SEBI) ने कंपनी को आईपीओ लाने की मंजूरी दे दी है. कंपनी ने इसी वर्ष मार्च 2022 में सेबी के पास आईपीओ लाने के लिए आवेदन किया था. 


सेबी के पास दाखिल किए गए ड्रॉफ्ट पेपर ( DRHP) के मुताबिक KFin Technologies आईपीओ के जरिए 2400 करोड़ रुपये जुटाएगी. इस आईपीओ में पूरी तरह ऑफर फॉर सेल के जरिए पैसे जुटाये जायेंगे और फ्रेश इश्यू नहीं होगा. ऑफर फॉर सेल का मतलब ये हुआ कि कंपनी के प्रोमोटर जनरल एटलांटिक सिंगापुर फंड (General Atlantic Singapore Fund) अपनी हिस्सेदारी बेचने जा रहे हैं.  यानि आईपीओ से जो भी रकम जुटाया जाएगा वो कंपनी के पास नहीं आएगा बल्कि प्रोमोटर को जाएगा. 


KFin Technologies में  जनरल एटलांटिक सिंगापुर फंड की 74.94 फीसदी हिस्सेदारी है. बीते वर्ष कोटक महिंद्रा बैंक ने कंपनी में 9.98 फीसदी हिस्सेदारी खरीदा था.  KFin Technologies सभी एसेट क्लास के एसेट मैनेजर्स को अपनी सेवाएं देती है. ये म्यूचुअल फंड्स के साथ और मलेशिया, फिलिपिंस और हांगकांग की प्राइवेट रिटायरमेंट स्कीम्स को सोल्युशन प्रदान करती हैं.  KFin देश की 42 में से 25 म्यूचुअल फंड कंपनियों को अपनी सेवाएं दे रही है यानि करीब 60 फीसदी बाजार पर  उसका कब्जा है. 


कंपनी के वित्तीय नतीजों पर गौर करें तो दिसंबर 2021 तक खत्म हुए 9 महीनों में रेवेन्यू 458 करोड़ रुपये रहा था जो उसके पहले वर्ष की इसी अवधि के मुकाबले 35 फीसदी ज्यादा रहा है और नेट प्रॉफिट 97.6 करोड़ रुपये रहा है जो समान अवधि के मुकाबले 313 फीसदी ज्यादा है. 


आईसीआईसीआई सिक्योरिटिज, कोटक महिंद्रा कैपिटल, जेपी मॉर्गन इंडिया, आईआईएफएल सिक्योरिटिज और जेफ्फरीज इंडिया KFin Technologies के आईपीओ के लीड मैनेजर्स हैं. शेयर बीएसई और एनएसई पर लिस्ट होगी. 


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