KFin Technologies IPO: फाइनेंशियल सर्विसेज प्लेटफॉर्म कंपनी KFin Technologies के आईपीओ की गुरुवार 29 दिसंबर 2022 को स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग होने वाली है. माना जा रहा है कि लिस्टिंग फीकी रह सकती है. शेयर बाजार के बिगड़े सेंटीमेंट का खामियाजा KFin Technologies के आईपीओ को उटाना पड़ सकता है.
KFin Technologies का आईपीओ 19 दिसंबर को खुला था और 21 दिसंबर तक निवेश करने के लिए निवेशकों के पास समय था. ये आईपीओ कुल 2.59 गुना ही सब्सक्राइब हुआ है. जिसमें संस्थागत निवेशकों का कोटा 4.17 गुना सब्सक्राइब हुआ है. रिटेल निवेशकों का कोटा 1.23 गुना सब्सक्राइब हुआ. जबकि गैर-संस्थागत निवेशकों को कोटा केवल 23 फीसदी भर भर सका.
केफिन टेक्नोलॉजीज ने आईपीओ के जरिए 1500 करोड़ रुपये जुटाये हैं. आईपीओ का प्राइस बैंड 347-366 के बीच तय किया गया है. कंपनी की यह आईपीओ पूरी तरीके से ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए लाया गया है यानी कंपनी के प्रमोटर ने आईपीओ में शेयर्स बेचे हैं. ये शेयर्स कंपनी के प्रमोटर जनरल अटलांटिक सिंगापुर फंड पीटीई लिमिटेड ने बेचा है. KFin Technologies में जनरल एटलांटिक सिंगापुर फंड की 74.94 फीसदी हिस्सेदारी है. बीते वर्ष कोटक महिंद्रा बैंक ने कंपनी में 9.98 फीसदी हिस्सेदारी खरीदा था. KFin Technologies सभी एसेट क्लास के एसेट मैनेजर्स को अपनी सेवाएं देती है. ये म्यूचुअल फंड्स के साथ और मलेशिया, फिलिपिंस और हांगकांग की प्राइवेट रिटायरमेंट स्कीम्स को सोल्युशन प्रदान करती है. KFin देश की 42 में से 25 म्यूचुअल फंड कंपनियों को अपनी सेवाएं दे रही है यानि करीब 60 फीसदी बाजार पर उसका कब्जा है.
कंपनी के वित्तीय नतीजों पर गौर करें तो दिसंबर 2021 तक खत्म हुए 9 महीनों में रेवेन्यू 458 करोड़ रुपये रहा था जो उसके पहले वर्ष की इसी अवधि के मुकाबले 35 फीसदी ज्यादा रहा था और नेट प्रॉफिट 97.6 करोड़ रुपये रहा है जो समान अवधि के मुकाबले 313 फीसदी ज्यादा है. KFin Technologies के शेयर बीएसई और एनएसई पर लिस्ट होगी.
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