खादी ग्राम उद्योग के ई-पोर्टल ने 8 महीने में 1.2 करोड़ रुपये का ग्रॉस टर्नओवर किया दर्ज
खादी ग्राम उद्योग के ई-पोर्टल पर 1.2 करोड़ रुपये का ग्रॉस टर्नओवर दर्ज किया गया है. करीब 8 महीने पहले कोरोना महामारी को देखते हुए इस पोर्टल की शुरुआत हुई थी. इस पोर्टल के जरिए अब तक 10 हजार से भी ज्यादा लोग खरीदारी कर चुके हैं.
8 महीने पहले लॉन्च किए गए खादी और ग्राम उद्योग आयोग के ई-पोर्टल पर 1.2 करोड़ रुपये का ग्रॉस टर्नओवर दर्ज किया गया है. कोरोना महामारी को देखते हुए इस पोर्टल को लॉन्च किया गया था. वहीं। कस्टमर्स अब इस पोर्टल से जबरदस्त खरीदारी कर रहे हैं. साथ ही साथ खादी इंडिया जैसी कंपनियों को लाभ भी मिल रहा है.
संबंधित मंत्रालय द्वारा जारी प्रेस रिलीज के अनुसार, इस पोर्टल के जरिए अब तक 10 हजार लोगों के सामानों की डिलीवरी की जा चुकी हैं. वहीं अब तक 65 हजार से अधिक लोग इस वेबसाइट पर आकर प्रोडक्ट्स देख चुके हैं. इस अवधि के दौरान कस्टमर्स ने कम से कम 11 हजार रुपये की खरीदारी की है. कस्टमर्स बढ़ने की वजह से प्रोडक्ट्स की संख्या को भी बढ़ाया गया है.
नितिन गडकरी ने भी दी अपनी प्रतिक्रिया
सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि खादी की ई-मार्केटिंग गेम चेंजर साबित हो रही है. साथ ही उन्होंने कहा, "हमारा प्रयास हर साल करीब 200 करोड़ का कारोबार करने का है और जल्द ही इसमें कामयाबी पा लेंगे." उन्होंने कहा, "इस अवधि के दौरान, औसत ऑनलाइन खरीद 11,000 प्रति ग्राहक दर्ज की गई है जो खादी की बढ़ती लोकप्रियता और खरीदारों के सभी वर्गों के अनुरूप इसकी उत्पाद रेंज की विविधता का संकेत है."
प्रेस रिलीज में किया गया बड़ा दावा
प्रेस रिलीज में दावा किया गया है कि ई-पोर्टल की पहुंच बढ़ाने के लिए एक रुपया भी खर्च नहीं किया गया है. इस पोर्टल को बेहद सरल रखा गया है. साथ ही ऐड फिल्म्स में खर्च नहीं पड़ा है." साथ ही कहा है कि केवीआईसी ने वेब-डेवलपमेंट पर एक भी रुपया खर्च किए बिना ई-इन-हाउस को विकसित किया है. अन्य ऑनलाइन पोर्टल्स के विपरीत, KVIC कैटलॉगिंग, उत्पाद फोटोशूट, ऑनलाइन इन्वेंट्री को बनाए रखने और ग्राहकों के दरवाजे तक सामान की ढुलाई और परिवहन जैसे सभी लॉजिस्टिक्स और बुनियादी ढांचे के समर्थन का ख्याल रखता है.
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