नई दिल्लीः जीएसटी आने के बाद रियल एस्टेट सेक्टर में क्या होगा, मकान सस्ते होंगे या फिर महंगे? सरकार का दावा है कि कीमतें कम होंगी, जबकि बिल्डर लॉबी का मानना है जीएसटी से घरों की कीमतों पर कोई असर नहीं पड़ेगा, फिलहाल जैसी स्थिति है वैसी ही बनी रहेगी. इस वक्त सबसे बड़ा सवाल यही है कि जीएसटी का रिएल स्टेट सेक्टर पर क्या असर होगा? इसके लिए अलग-अलग राज्यों में इसकी पड़ताल करनी जरूरी थी क्योंकि हाउसिंग सोसायटी और घरों को बनाने पर अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग कानून है.


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1 जुलाई से रियल एस्टेट सेक्टर पर 12 फीसदी का जीएसटी लगेगा, मौजूदा वक्त में सर्विस टैक्स के साथ वैट लगता है. वहीं कुछ राज्यों में WCT यानी वर्क कॉन्ट्रैक्ट टैक्स लगता है और कहीं पर एक्साइज ड्यूटी लगती है. इन सब अलग टैक्सेज को खत्म कर एकमुश्त 12 फीसदी का जीएसटी लगा दिया गया है.


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मुंबई
मुंबई की बात करें बिल्डरों के मुताबिक घर महंगे हो जाएंगे क्योंकि यहां पर पूरे प्रोजेक्ट की 80 फीसदी कीमत ज़मीन की होती है, ऐसे में इनपुट टैक्स क्रेडिट का फायदा ना के बराबर होगा. लेकिन चार्टर्ड अकाउंटेंट के मुताबिक मुंबई में घर की कीमत सस्ती होगी, क्योंकि बिल्डरों को 12 फीसदी जीएसटी देने के बाद इनपुट क्रेडिट के रूप में भारी भरकम रकम की वापसी होगी जो कि पहले नहीं होती थी इसलिए घर सस्ते होंगे.


मोटे तौर पर जिन राज्यों में वैट और ऑक्ट्राइ दोनों टैक्स हैं वहां फ्लैट की कीमतें कम हो जाएंगी क्योंकि वहां बिल्डर को इनपुट क्रेडिट रिटर्न मिलेगा. जबकि जिन राज्यों में ये दोनों टैक्स नहीँ है वहां फ्लैट की कीमत बढ़ सकती है. दरअसल हाउसिंग सोसायटी में ज़मीन की कीमत सबसे अहम होती है और ये हर राज्य में अलग-अलग है, इसलिए जीएसटी लगने के बाद फ्लैट की कीमत बढ़ने या घटने की बात अलग अलग राज्यों और अलग अलग केस के अनुसार तय होगी.


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सवाल: अगर बिल्डर कम्प्लीशन सर्टिफिकेट लेने के बाद फ्लैट बेचता है तो जीएसटी नहीं लगेगा, ऐसे में फ्लैट के दाम कम हो सकते हैं या


जवाबः अगर फ्लैट कंस्ट्रक्शन लिंक्ड प्लान के तहत निर्माण के वक्त ही बेचा गया तो उस पर 12 फीसदी जीएसटी लगेगा, जिस पर बाद में इनपुट रिटर्न मिलेगा इससे फ्लैट सस्ता हो सकता है.


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सवाल: उत्तर प्रदेश में मकान सस्ते होंगे या महंगे ?
जवाबः यूपी में निर्माण पर लगने वाला कुल टैक्स करीब 17 फीसदी का है और इस पर इनपुट क्रेडिट नहीं मिलता, अब GST लगेगा तो इनपुट रिटर्न मिलेगा. ऐसे में यूपी में घर की कीमत घट सकती है, हालांकि बिल्डरों के मुताबिक कीमतों पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा


सवालः दिल्ली में मकान सस्ते होंगे या महंगे?
जवाबः दिल्ली में फ्लैट की सेल पर न तो वैट लगता है और न ही ऑक्ट्राई लगती है तो इनपुट क्रेडिट नहीँ मिलेगा. मैटीरियल पर जो एक्साइज ड्यूटी लगेगी सिर्फ़ उसपर इनपुट क्रेडिट मिलेगा. इसलिए दिल्ली में फ्लैट के दाम बढ़ जाएंगे.


सवालः हरियाणा में मकान सस्ते होंगे या महंगे ?
जवाबः हरियाणा में एक्साइज ड्यूटी का इनपुट क्रेडिट मिल जाएगा. 12 फीसदी जीएसटी का भी इनपुट क्रेडिट मिलेगा.
हरियाणा में फ्लैट की सेल पर VAT 4 फीसदी लगता है. लेकिन ये मामला अभी कोर्ट में है. अगर कोर्ट के फैसले के बाद वैट नहीँ लगेगा तो फ्लैट की कीमतें बढ़ जाएंगी.


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सवालः महाराष्ट्र में मकान सस्ते होंगे या महंगे ?
जवाबः महाराष्ट्र में एक्साईज ड्यूटी भी है और ऑक्ट्राई भी है इसलिए यहां ज्यादा इनपुट क्रेडिट मिलेगा. ऐसे में फ्लैट की कीमत कम हो जाएगी.


सवालः जीएसटी के बाद कीमतें कम होंगी तो फायदा घर खरीदने वालों को मिलेगा, लेकिन जो लोग हाउसिंग सोसायटी में रह रहे हैं उनके लिए जीएसटी महंगाई ला सकता है क्योंकि


जवाबः 5000 रुपये से ज्यादा फ्लैट मेंटेनेंस पर अब 15.5 फीसदी के बजाए 18 फीसदी टैक्स देना पड़ेगा यानी 2.5 फीसदी ज्यादा टैक्स लगने से कुछ महंगा होगा. लेकिन इसे यूं समझिए कि अगर आप 5 हजार रुपये सोसायटी मेंटेनेंस देते हैं तो पहले इस पर 775 रुपये टैक्स लगता है लेकिन जीएसटी के बाद ये टैक्स 900 रुपये हो जाएगा, यानी 125 रुपये टैक्स ज्यादा लगेगा.


हालांकि कुल मिलाकर उम्मीद तो यही है कि जीएसटी के बाद घरों की कीमत कम होगी. यानी आपका अपने घर का सपना जीएसटी आने के बाद आपके लिए और आसानी से और कम कीमत में पूरा हो पाएगा.



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