Car Financing Tips: अपने सपनों की गाड़ी लेना किसको पसंद नहीं आएगा लेकिन पैसों की कमी आड़े आ जाती है? ऐसे में कार को फाइनेंस कराने के लिए आपके पास कार लोन जैसा बढ़िया ऑप्शन है. हालांकि कार की फाइनेंसिंग कराते समय कई बार लोग ऐसी गलती कर जाते हैं जो उन्हें भारी पड़ जाती हैं. तो यहां पर जानें कार फाइनेंस कराते समय आपको किन गलतियों से बचना चाहिए. 


EMI सबसे पहले जानें
आपके कार की ईएमआई आपके मासिक बजट को कहीं पटरी से न उतार दें. ऐसे में आपको कार की ईएमआई के साथ और कर्ज लेने पड़ सकते हैं लेकिन कर्ज की जिंदगी ज्यादा दिनों तक रिझा नहीं सकती. कार फाइनेंस कराते समय सबसे पहले ईएमआई की रकम को जान लें और देख लें कि ये आपको मंथली देनी है तो इसके साथ आपका काम चल सकता है या नहीं. 


लोन का टेन्योर ज्यादा लंबा न रखें
ऑटो लोन, कार लोन जैसे लोन का टेन्योर अक्सर 1 से 7 साल के बीच होता है, ऐसे में आप सोच सकते हैं कि क्यों ना 7 साल के लिए लोन ले लिया जाए और धीरे-धीरे चुकाते रहा जाए. आप भूल जाते हैं कि जैसे-जैसे आपकी जिंदगी आगे बढ़ेगी, आपकी और जिम्मेदारियों के लिए भी आपको कर्ज लेना पड़ सकता है. लिहाजा आप कम से कम टेन्योर का कार लोन लें. हां- ईएमआई के लिए आपके पास पर्याप्त रकम हो, इस बात का भी ख्याल रखें. वैसे भी आप कम टेन्योर का लोन लेंगे तो आपका कुल अवधि में जाने वाला ब्याज कम रहेगा. 


प्रोसेसिंग फीस की माफीः कार लोन या किसी भी तरह के लोन पर मूलधन के आधार पर प्रोसेसिंग फीस लगाई जाती है. आम तौर पर कार लोन की प्रोसेसिंग फीस 2000 रुपये से 5000 रुपये के बीच होने की संभावना होती है. अगर आप इसे बैंक से अच्छे से बातचीत कर खत्म करवा सकते हैं तो आपकी और ज्यादा बचत हो जाएगी. हालांकि इसके लिए आपको पूरी तरह जानकारी होनी चाहिए और इसके बाद ही बैंक से बात करनी चाहिए. 


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