दुनिया की सबसे बड़ी रिटेल कंपनी वॉलमार्ट बनी Flipkart की मालिक, जानें इसकी खास बातें
वॉलमार्ट अमेरिका की सबसे बड़ी रिटेल कंपनी होने के साथ साथ दुनिया की सबसे बड़ी रिटेल कंपनी है. इसके हाइपरमार्केट्स, डिस्काउंट डिपार्टमेंट स्टोर्स और ग्रॉसरी स्टोर की विश्व के कई देशों में चेन स्टोर हैं.
नई दिल्लीः देश की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट ने दुनिया का सबसे बड़ा ई-कॉमर्स सौदा कर लिया है. अमेरिका की कंपनी वॉलमार्ट ने कई दिनों की अटकलों को विराम देते हुए प्रमुख भारतीय ऑनलाइन दिग्गज फ्लिपकार्ट की 77 फीसदी हिस्सेदारी करीब 16 अरब डॉलर (1.07 लाख करोड़ रुपये) में खरीदने का औपचारिक एलान किया है. अमेजन के साथ बढ़ती प्रतियोगिता में ये डील वॉलमार्ट के लिए गेमचेंजर साबित हो सकती है.
दुनिया की सबसे बड़ी रिटेल कंपनी
वॉलमार्ट अमेरिका की सबसे बड़ी रिटेल कंपनी होने के साथ साथ दुनिया की सबसे बड़ी रिटेल कंपनी है. इसके हाइपरमार्केट्स, डिस्काउंट डिपार्टमेंट स्टोर्स और ग्रॉसरी स्टोर की विश्व के कई देशों में चेन स्टोर हैं. इसका हेडक्वॉर्टर आर्कन्सस में है और ये कंपनी कंपनी सैम वाल्टन ने 1962 में स्थापित की थी. वॉलमार्ट के दुनियाभर में 11,718 स्टोर हैं और दुनिया के 28 देशों में इनकी चेन हैं जो 59 अलग-अलग नामों के अंतर्गत चल रही है.
राजस्व के लिहाज से वॉलमार्ट दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी
राजस्व के लिहाज से देखें तो वॉलमार्ट दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी है जो 480 अरब डॉलर की कुल कीमत की कंपनी है. इसके पास दुनियाभर में सबसे ज्यादा कर्मचारी हैं और कंपनी में 23 लाख लोग काम करते हैं. साल 2016 में वॉलमार्ट अमेरिका की सबसे बड़ी ग्रॉसरी रिटेलर थी. इसकी 62.3 फीसदी सेल जिसकी कीमत 478.614 अरब डॉलर थी वो सिर्फ अमेरिकी ऑपरेशंस से ही आ रही थी.
भारत में बेस्ट प्राइस नाम से
कंपनी वालमार्ट के नाम के अंतर्गत अमेरिका, कनाडा मैक्सिको, चिली, ब्राजील, अर्जेंटीना में काम कर रही है. इसके अलावा जापान में सेयु ग्रुप के तहत और भारत में बेस्ट प्राइस नाम से काम कर रही है.
वॉलटन परिवार चला रहा है कंपनी
ये कंपनी वॉलटन परिवार चला रहा है, सेम वॉलटन होल्डिंग कंपनी वॉल्टन एंटरप्राइजेज के जरिए इसकी 50 फीसदी हिस्सेदारी रखते हैं. कंपनी ने न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज पर 1972 में शुरुआत की थी और साल 1988 आते आते वॉलमार्ट अमेरिका की सबसे ज्यादा मुनाफा देने वाली रिटेलर बन गई थी. अक्टूबर 1989 तक ये रेवेन्यू के मामले में दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी बन गई थी.
वॉलमार्ट इंडिया :
वालमार्ट ने 2007 में भारती इंटरप्राइजेज के साथ संयुक्त उपक्रम बनाकर घरेलू बाजार में प्रवेश किया. उसने मई 2009 में अमृतसर में पहला स्टोर खोला.
वालमार्ट इंडिया 2014 में वालमार्ट इंक की पूर्ण स्वामित्व वाली इकाई बनी.
वालमार्ट इंडिया के देश के नौ राज्यों में बेस्ट प्राइस नाम से 21 ओम्नी स्टोर हैं.
कंपनी ने कहा कि उसके सदस्यों की संख्या देश में 10 लाख को पार कर गयी है.
कंपनी ने मुंबई में पहला फुलफिलमेंट स्टोर शुरू किया.
कैश एंड कैरी कारोबार के अलावा वालमार्ट ने ग्लोबल सोर्सिंग सेंटर और नवंबर 2011 में वालमार्ट लैब्स की शुरुआत की.
फ्लिपकार्ट के साथ सौदे से वॉलमार्ट को फायदा
यह वॉलमार्ट का अब तक का सबसे बड़ा अधिग्रहण होने के साथ ई-कामर्स क्षेत्र का सबसे बड़ा सौदा है. वालमार्ट को इस सौदे से सबसे तेजी से वृद्धि करती अर्थव्यवस्था में ई-कॉमर्स सेगमेंट में उतरने में मदद मिलेगी.
वॉलमार्ट के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी डग मैकमिलन ने इस मौके पर कहा, ‘भारत दुनिया का सबसे आकर्षक खुदरा बाजार है. इसका आकार और वृद्धि दर और हमारा निवेश उस कंपनी के साथ भागीदारी का मौका है जो ई-कॉमर्स को बदलने में अग्रणी रही है.’ वालमार्ट ने जारी बयान में कहा , ‘वालमार्ट के निवेश में दो अरब डॉलर का नया निवेश शामिल है जिससे भविष्य में फ्लिपकार्ट की वृद्धि तेज होगी.
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