Multibagger Return: हर निवेशक (Investor) मोटे रिटर्न के लिए ही निवेश करना पसंद करता है. वो चाहता है कि बेहद कम समय में ही उसका निवेश दो गुना चार गुना य फिर उससे भी कई गुना ज्यादा हो जाए. ऐसा कई बार हो भी जाता है. हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे म्यूचुअल फंडों के बारे में जहां कोरोना के दो साल में ही सवा सौ फीसदी रिटर्न मिल गया है. इस रिटर्न के पीछे तमाम लोग दीवानों की तरह दौड़ते हैं.


क्या होते हैं लार्ज कैप फंड


लार्ज कैप फंड निवेशकों के करीब 2.26 लाख करोड़ रुपए मैनेज करते हैं जो इक्विटी स्कीमों द्वारा मैनेज की जाने वाली कुल पूंजी का 16.5 फीसदी होता है. आंकलन के मुताबिक 24 मार्च 2020 से 32 मार्च 2022 के बीच लार्ज कैप (large cap) फंडों का औसत रिटर्न 109 फीसदी रहा है. वार्षिक आधार पर देखें तो इन लार्ज कैप फंडों का औसत रिटर्न 44 फीसदी होता है.


आइए हम नजर डालते हैं कोरोना (Covid-19) के दो सालों के दौरान शानदार प्रदर्शन करने वाले इन large cap फंडों पर.


Nippon India Large Cap Fund: इसकी एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) 11,000 करोड़ रुपए है. इसने 2 साल की अवधि में 126.6 फीसदी रिटर्न दिया है. हालांकि ये फंड कोरोना काल का बेस्ट परफार्मिंग फंड रहा है लेकिन इसने इस अवधि में बेंचमार्क निफ्टी 100 की तुलना में थोड़ा कमजोर प्रदर्शन किया है. इसी अवधि में Nifty 100 ने 128.3 फीसदी रिटर्न दिया है.


ICICI Prudential Bluechip Fund: इसकी एसेट अंडर मैनेजमेंट 31,500 करोड़ रुपये है. इसने 2 साल की अवधि में 126.3 फीसदी रिटर्न दिया है.


Aditya Birla Sun Life Frontline Equity Fund: इसकी एसेट अंडर मैनेजमेंट 21,000 करोड़ रुपए है. इसने 2 साल की अवधि में 124.8 फीसदी रिटर्न दिया है.


HDFC Top 100 Fund: इसने 2 साल की अवधि में 122.4फीसदी रिटर्न दिया है. इस फंड का प्रबंधन प्रशांत जैन के पास है जो हाई कन्विक्शन वाले कॉल लेने के लिए जाने जाते हैं.


SBI BlueChip Fund: इसकी एसेट अंडर मैनेजमेंट 31700 करोड़ रुपए है. इसने 2 साल की अवधि में 122.1 फीसदी रिटर्न दिया है.


DBI India Top 100 Equity Fund: इसने 2 साल की अवधि में 121.8 फीसदी रिटर्न दिया है. वार्षिक आधार पर इसका रिटर्न 48.3 फीसदी रहा है.


Kotak Bluechip Fund: इस फंड ने करोना काल के 2 सालों में 121.7 फीसदी रिटर्न दिया है.


ये भी पढ़ें


LIC IPO Update: देश का सबसे बड़ा आईपीओ हुआ 2.95 गुना सब्सक्राइब, सरकार ने जुटाए करीब 21000 करोड़


Death-Birth Certificate: आखिर क्यों जरूरी है डेथ और बर्थ सर्टिफिकेट, जानें कहां-कहां होता है इस्तेमाल?


 


(यहां ABP News द्वारा किसी भी फंड में निवेश की सलाह नहीं दी जा रही है. यहां दी गई जानकारी का सिर्फ़ सूचित करने का उद्देश्य है. म्यूचुअल फंड निवेश बाज़ार जोखिम के अधीन हैं, योजना संबंधी सभी दस्तावेज़ों को सावधानी से पढ़ें. योजनाओं की NAV, ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव सहित सिक्योरिटी बाज़ार को प्रभावित करने वाले कारकों व शक्तियों के आधार पर ऊपर-नीचे हो सकती है. किसी म्यूचुअल फंड का पूर्व प्रदर्शन, आवश्यक रूप से योजनाओं के भविष्य के प्रदर्शन का परिचायक नहीं हो सकता है. म्यूचुअल फंड, किन्हीं भी योजनाओं के अंतर्गत किसी लाभांश की गारंटी या आश्वासन नहीं देता है और वह वितरण योग्य अधिशेष की उपलब्धता और पर्याप्तता से विषयित है. निवेशकों से सावधानी के साथ विवरण पत्रिका (प्रॉस्पेक्टस) की समीक्षा करने और विशिष्ट विधिक, कर तथा योजना में निवेश/प्रतिभागिता के वित्तीय निहितार्थ के बारे में विशेषज्ञ पेशेवर सलाह को हासिल करने का अनुरोध है.)