Home Loan Prepayment Benefit: होमलोन का लगातार प्रीपेमेंट करना ऐसा विकल्प है जो हर लोन लेने वालों को करना चाहिए. इससे ना केवल लोन को जल्द चुकता करने में मदद मिलती है बल्कि होमलोन पर ब्याज के रकम को घटाने में भी मदद मिलती है. आप अपनी गाढ़ी कमाई का बचत कर सकते हैं. 


क्या होता प्रीपेमेंट
जब भी आप किसी बैंक से होमलोन लेते हैं तो आपकी हर महीने ईएमआई के जरिए लोन को चुकता करते हैं. कर्ज देने वाला बैंक आपके बैंक खाते से महीने की तय तारीख को ईएमआई की रकम डिडक्ट करता है. ईएमआई में दो कॉम्पोनेंट होते हैं एक प्रिंसिपल अमाउंट और दूसरा ब्याज की रकम. उदाहरण के लिए अगर आप 20,000 ईएमआई का भुगतान करते हैं तो इसमें मूलधन के साथ साथ ब्याज का हिस्सा भी होता है. 


लोन लेने के बाद चुकता करने के शुरुआती सालों में ईएमआई में ब्याज के रकम की हिस्सेदारी ज्यादा होती है और मूलधन की कम. लेकिन लोन चुकना करने का जब समय नजदीक आता है तो मूलधन की रकम की हिस्सेदारी ज्यादा होती है और ब्याज की कम. 


कैसे प्रीपेमेंट है मददगार
जब भी आप लोन का प्रीपेमेंट करते हैं तो वो सीधे मूलधन के बकाये रकम को घटाने में मदद करता है. भले ही प्रीपेमेंट की रकम छोटी हो या बड़ी. अगर आप किसी महीने में प्रीपेमेंट करते हैं तो अगले महीने में बचे हुए प्रिंसिपल अमाउंट पर ब्याज कैलकुलेट होता है. अगर आप प्रीपेमेंट करते हैं तो लोन को समय से पहले चुकाने में मदद मिलेगी. 


उदाहरण के जरिए समझिए
मान लिजिए आपने 20 लाख रुपये का होमलोन 7.50 फीसदी के ब्याज दर पर 20 साल के लिए लिया है. तो इसे उदाहरण के जरिए समझ सकते हैं. 


अगर आप 16,112 रुपये हर महीने ईएमआई का भुगतान करते हैं तो 20 सालों बाद कुल 39 लाख रुपये का भुगतान करते हैं जिसमें 20 लाख रुपये मूलधन है तो 19 लाख रुपये ब्याज की रकम. 


लेकिन अगर आप हर महीने 1,000 रुपये का प्रीपेमेंट करते हैं तो आप ब्याज के मद में 2.70 लाख रुपये की बचत कर सकते हैं. यानि कुल 240 ईएमआई में से 29 ईएमआई की आप बचत कर सकते हैं. 


होमलोन का प्रीपेमेंट वही कस्टमर्स कर सकते हैं जिन्होंने प्लोटिंग रेट पर होमलोन लिया है. ये सुविधा फिकस्ड रेट पर होमलोन लेने वालों को नहीं मिलता है. 


ये भी पढ़ें 


IPO Market: जानिए क्यों एलआईसी के आईपीओ की सफलता पर टिका है आईपीओ मार्केट का सेंटीमेंट


Rainbow Children Medicare IPO: निवेशक आज से कर सकते हैं रेनबो चिल्ड्रन मेडिकेयर के आईपीओ में निवेश, जानें प्राइस बैंड और GMP