Lok Sabha Election: ​लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण का मतदान 1 जून को संपन्न हो गया है. इसके साथ ही लगभग डेढ़ महीने से जारी चुनावी जंग का समापन हो गया है. अब सभी राजनीतिक दलों, पूरे देश और दुनिया की नजर 4 जून को आने वाले जनता के फैसले पर टिक गई है. इस दिन पता लगेगा कि क्या नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं या फिर किसी नए नेता को अगला पीएम बनने का मौका मिलेगा. 


एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं चुनाव और स्टॉक मार्केट 


दलाल स्ट्रीट की नजर भी लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) के परिणाम पर टिकी है. चुनाव और स्टॉक मार्केट एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं. अपेक्षित परिणाम न आने पर जहां शेयर मार्केट ने ऐतिहासिक गिरावट का दौर भी देखा है वहीं, मनचाहा परिणाम मिलने पर सेंसेक्स (Sensex) और निफ्टी (Nifty) ने लंबी-लंबी छलांग भी मारी है. आइए एक नजर पिछले कुछ लोकसभा चुनाव के परिणाम और उनके शेयर मार्केट पर हुए असर पर डाल लेते हैं. 


2004 का लोकसभा चुनाव 


इस लोकसभा चुनाव के नतीजे बाजार की उम्मीदों के विपरीत आए थे. ऐसा माना जा रहा था कि अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में एक बार फिर से एनडीए की सरकार बनेगी. मगर, परिणाम विपरीत आए. इसके चलते रिजल्ट वाले दिन निफ्टी 12.24 फीसदी नीचे चला गया था. हालांकि, अगले दिन यह 8.3 फीसदी उछला और अगले 5 दिनों में यह करीब 16 फीसदी ऊपर जा चुका था. 


2009 का लोकसभा चुनाव 


साल 2009 के चुनाव नतीजे जब आए तो निफ्टी ने 17.74 फीसदी की जबरदस्त उछाल मारी थी. हालांकि, अगले दिन यह मामूली रूप से 0.11 फीसदी नीचे गया था. चुनाव नतीजों के 5 दिन बाद यह 2 फीसदी नीचे था. 


2014 का लोकसभा चुनाव 


इस चुनाव में भाजपा की जीत हुई और नरेंद्र मोदी पहली बार देश के प्रधानमंत्री बने थे. चुनाव का नतीजा जिस दिन आया निफ्टी ने 1.12 फीसदी की उछाल भरी थी. अगले दिन इसमें 0.84 फीसदी तेजी आई थी. अगले 5 दिनों में यह 2.28 फीसदी ऊपर जा चुका था. 


2019 का लोकसभा चुनाव 


साल 2019 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दोबारा से सरकार बनी थी. चुनाव नतीजों वाले दिन निफ्टी 0.69 फीसदी नीचे गया. अगले दिन यह 1.6 फीसदी ऊपर गया और 5 दिन बाद इसमें 2.48 फीसदी की तेजी आ चुकी थी.


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