नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल का वेतन 2 लाख रुपये से कुछ ही ज्यादा है और उन्हें घर पर कोई सहायक कर्मचारी भी नहीं दिए गए हैं. यह जानकारी केंद्रीय बैंक ने सूचना के अधिकार के तहत पूछे गए एक प्रश्न के जवाब में दी. रिजर्व बैंक ने बताया है कि पटेल ने सितंबर में गवर्नर का पद ग्रहण किया था और अभी वह अपने डिप्टी गवर्नर के तौर पर आवंटित किए गए फ्लैट में ही निवास कर रहे हैं.


बैंक ने कहा, ‘‘मौजूदा गवर्नर उर्जित पटेल को उनके आवास पर कोई भी सहायक कर्मचारी नहीं दिया गया है. उन्हें 2 कार और 2 ड्राइवर दिए गए हैं.’’ बैंक से आरटीआई में पूर्व गवर्नर रघुराम राजन और मौजूदा गवर्नर पटेल को दिए जाने वाले वेतन इत्यादि की जानकारी मांगी गई थी.


अक्तूबर में पटेल को पहली बार पूरे माह का वेतन दिया गया और उन्हें 2.09 लाख रुपये का वेतन दिया गया. अगस्त में राजन को भी यही वेतन दिया गया था. उन्होंने 4 सितंबर को पद छोड़ा था तो इन 4 दिनों का अतिरिक्त वेतन उन्हें 27933 रुपये दिया गया था.


राजन ने 5 सितंबर 2013 को 1.69 लाख रुपये के वेतन पर गवर्नर का पद ग्रहण किया था. बाद में उनका वेतन 2014 में बढ़ाकर 1.78 लाख रुपये और 2015 में 1.87 लाख रुपये किया गया था. उनका वेतन 2.04 लाख रुपये से बढ़ाकर 2.09 लाख रुपये इसी साल जनवरी में किया गया था.


रिजर्व बैंक ने बताया, ‘‘राजन को 3 कार और 4 ड्राइवर दिए गए थे. इसके अलावा उन्हें बैंक की ओर से मुंबई में एक बंग्ला दिया गया था जहां एक केयरटेकर और नौ रखरखाव कर्मी उन्हें सहायक कर्मचारियों के तौर पर दिए गए थे.’’ केंद्र सरकार ने हाल ही में पटेल की नियुक्ति की जानकारी के कागजात सार्वजनिक करने से मना कर दिया था क्योंकि यह ‘मंत्रिमंडल की बैठक के दस्तावेज’ हैं.


एक आरटीआई में पूछे गए सवाल के जवाब में आरबीआई ने कहा कि, ”मौजूदा गवर्नर उर्जित पटेल को उनके आवास पर कोई भी सहायक कर्मचारी नहीं दिया गया है. उन्हें दो कारें और दो ड्राइवर दिए गए हैं. गौरतलब है कि पटेल ने सितंबर में गवर्नर का पद संभाला था. अभी वे डिप्टी गवर्नर के तौर पर आवंटित किए गए फ्लैट में ही रह रहे हैं.