EMI Calculator: एचडीएफसी बैंक, केनरा, पीएनबी के लोन हुए महंगे, स्टेट बैंक ने नहीं किया कोई बदलाव
Bank Loan Rate: रिजर्व बैंक की ओर से 6.50 फीसदी का रेपो रेट बरकरार रखने के बावजूद बैंकों ने अपने MLCR यानी मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट में बदलाव किए हैं.
EMI Calculator: अगर आपने लोन ले रखी है या लोन लेना चाहते हैं तो यह आपके लिए बड़ी खबर है. क्योंकि इस पर आपके भविष्य की योजना निर्भर करेगी. आपके लिए यह जानना जरूरी है कि किन बैंकों की ईएमआई अब पहले से ज्यादा आपकी जेब ढीली करेगी. वहीं किन बैंकों की ईएमआई पहले की तरह ही रहेगी. दरअसल, रिजर्व बैंक की ओर से 6.50 फीसदी का रेपो रेट बरकरार रखने के बावजूद बैंकों ने अपने एमसीएलआर यानी मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट में बदलाव किए हैं. बैंकों द्वारा अपने एमसीएलआर यानी मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट में बदलाव के कारण कई बैकों में लोन की ब्याज दरें बढ़ गई हैं. वहीं कई बैकों ने अपनी ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किए हैं. दिसंबर महीने में एचडीएफसी बैंक, पंजाब नेशनल बैंक और केनरा बैंकों ने अपनी ब्याज दरें बढ़ा दी हैं. वहीं स्टेट बैंक ने अपनी ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किए हैं.
जानिए किन बैंकों की अब क्या हो गई ब्याज दर
पंजाब नेशनल बैंक ने अपनी हर कैटेगेरी के ब्याज दरों में 0.05 फीसदी का इजाफा किया है. इस तरह इसकी सालाना ब्याज दर 8.95 फीसदी से बढ़कर नौ फीसदी हो गई है. एचडीएफसी का सालाना ब्याज दर 9.45 फीसदी पर पहुंच गया है. केनरा बैंक के एक साल की ब्याज दर 9.10 फीसदी हो गई है. स्टेट बैंक ने एक साल के ब्याज दर को नौ फीसदी पर स्थिर रखा है. बैंकों के बाकी कैटेगेरी के लोन भी इसी के नजदीक हैं.
क्या होता है MCLR
एमसीएलआर का मतलब होता है मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट. हर बैंक का यह वह रेट होता है, जिससे कम दर पर किसी को कर्ज देने की इजाजत नहीं होती है. रिजर्व बैंक की रेपो रेट में बदलाव के बाद इसमें भी बदलाव किए जाते हैं. यह बैंक के फंड जुटाने की लागत के अनुपात में बढता-घटता रहता है. इस कारण हर बैंक का रेपो रेट अलग-अलग होता है.
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