Short Term Loan: लोग अपनी वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए कई तरह के लोन लेते हैं, जिसमें से ज्यादातर शॉर्ट टर्म लोन लिया जाता है. लगभग सभी बैंक शॉर्ट टर्म के लिए लोन प्रोवाइड कराते हैं. शॉर्ट टर्म में लिया गया है लोन इमरेंजी के समय में काफी मददगार हो सकता है. हालांकि इसपर कर्ज चुकाने वाले को ज्यादा ब्याज और कई तरह के चार्जेज देने पड़ सकता है.
ये एक असुरक्षित लोन की कैटेगरी में आता है और इसका रिपेमेंट टेन्योर रेंज छह महीने से लेकर एक साल के लिए होता है. हालांकि ये लोन आपको तुरंत अप्रूव हो जाता है और बैंक लोन का अमाउंट एक से दो दिन के दौरान आपके अकाउंट में ट्रांसफर कर देते हैं.
क्या होता है शॉर्ट टर्म लोन
शॉर्ट लोन का मतलब, पर्सनल लोन, क्रेडिट कार्ड पर लिया गया कर्ज, ओवरड्राफ्ट और ब्रिज लोन आदि तरह लिया गया कर्ज शॉर्ट टर्म के कैटेगरी में आता है.
शॉर्ट टर्म पर्सनल लोन
ये लोन कम क्रेडिट स्कोर वाले को दिया जाता है, जिसकी मंथली सैलरी 25 हजार होती है. इसके लिए आधार कार्ड, वोटर आईडी, पैन कार्ड में से कोई एक कार्ड देना होता है. आपसे बैंक आईटीआर या फॉर्म 16 की भी मांग करते हैं, जिसके मुताबिक वर्तमान के वेतन का आंकलन किया जाता है और फिर उस आधार पर लोन देते हैं. बैंक इस लोन की ईएमआई को लॉन्ग टर्म की तुलना में ज्यादा आकर्षित बनाते हैं.
ब्रिज लोन क्या होता है
ये भी एक शॉर्ट टर्म लोन है. अगर आप हाउस खरीद रहे हैं और आपके पास पर्याप्त पैसा नहीं है तो आप ब्रिज लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं. खासकर जब आप पुराने घर को बेचकर नई प्रॉपर्टी लेना चाहते हैं, तब ये लोन आपके लिए ज्यादा काम में आता है. ये लोन 12 से 18 महीने के टेन्योर के साथ आता है. बैंक इस लोन के तहत ग्राहक के इनकम के आधार पर प्रॉपर्टी का 70 फीसदी रकम देते हैं.
इस तरह के लोन पर प्रोसेसिंग चार्ज लगाया जाता है और प्रॉपर्टी गिरवी रखनी पड़ती है. लॉन्ग टर्म लोन की तुलना में इसके ब्याज ज्यादा होते हैं. कुछ शर्त के तहत इसे लॉन्ग टर्म होम लोन में बदलने की भी अनुमति दी जाती है.
क्रेडिट कार्ड लोन
क्रेडिट कार्ड लोन एक प्री अपूव्ड लोन है और कार्ड होल्डर के कंफर्मेशन के तुरंत बाद ही बैंक कुछ दिन में ही ये लोन जारी कर देती है. इसके लिए कोई दस्तावेज की आवश्यकता नहीं होती है. इस लोन का टेन्योर एक से पांच साल होता है. ईएमआई में इसका भुगतान किया जा सकता है.
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