बैंक अपने कस्टमर्स को कई तरह की सर्विस देते हैं. आप भी बैंक की कई सर्विस का उपयोग करते होंगे, लेकिन क्या आपको मालूम है कि बैंक इन सर्विस का लाभ लेने पर चार्ज भी वसूलता है. बहुत से लोगों को सर्विस पर लगने वाले चार्ज के बारे में जानकारी नहीं होती है. ऐसे में सर्विस का इस्तेमाल करने पर उनके अकाउंट से पैसे कटते हैं. आइए आपको बैंक की ओर से लिए जाने वाले ऐसे ही कुछ चार्ज के बारे में बताते हैं .


कैश ट्रांजेक्शन चार्ज
बैंक सीमित कैश ट्रांजेक्शन की सुविधा देते हैं और आप महीने में तय नियमों के मुताबिक 4-5 ट्रांजेक्शन कर सकते हैं. तय संख्या के बाद भी यदि आप कोई कैश ट्रांजेक्शन करते हैं को इस पर चार्ज लगता है. यह चार्ज हर बैंक के लिए उसके नियमों के अनुसार अलग-अलग होता है. आमतौर पर सरकारी बैंक में यह 20 से 100 रुपये तक होता है.


एटीएम ट्रांजेक्शन चार्ज
बैंक अपने ग्रहाकों को एटीएम से सीमित संख्या में फ्री ट्रांजेक्शन की अनुमति देते हैं. तय संख्या से ज्यादा ट्रांजेक्शन करने पर बैंक चार्ज लेता है. फ्री ट्रांजेक्शन की संख्या और चार्ज की राशि हर बैंक के लिए अलग अलग होती हैं. इसके साथ ही बैंक एटीएम कार्ड के मेंटेनेंस का चार्ज भी लेता है.


मिनिमम बैलेंस नहीं रखने पर चार्ज
अकाउंट में न्यूनतम बैलेंस नहीं रखने पर भी बैंक चार्ज लेते हैं. न्यूनतम बैलेंस की लिमिट शहरी और ग्रामीण एरिया के हिसाब से अलग-अलग होती है. यह 1,000 से 5,000 रुपये तक होती है. न्यूनतम बैलेंस नहीं रखने पर बैंक आमतौर पर ग्राहक से 100 रुपये चार्ज के रूप में वसूलते हैं.  


डॉक्यूमेंटेशन चार्ज
बैंक ग्राहक से डॉक्यूमेंटेशन के लिए भी चार्ज लेते हैं. जैसे अकाउंट स्टेटमेंट जारी करने का चार्ज, डुप्लीकेट पासबुक जारी करने पर चार्ज आदि इसमें शामिल हैं. चार्ज की राशि हर बैंक के लिए अलग-अलग होती है.


फंड ट्रांसफर चार्ज
बैंक कस्टमर्स के लिए NEFT और RTGS  ट्रांजेक्शन फ्री हैं लेकिन IMPS ट्रांजेक्शन पर चार्ज लगता है. यह चार्ज ट्रांसफर होने वाली राशि पर आधारित होता है.


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