Economic Survey 2021: जानिए कौन हैं देश की अर्थव्यवस्था के विकास का ब्लू प्रिंट तैयार करने वाले CEA केवी सुब्रमण्यन
केवी सुब्रमण्यन देश के चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर के पद पर हैं. उन्होंने दिसंबर 2018 में तीन साल के कार्यकाल के लिए सीईए का पद संभाला था. केवी सुब्रमण्यन अब तक के सबसे युवा आर्थिक सलाहकारों में से एक हैं
ऐतिहासिक पेपरलेस बजट पेश किए जाने से तीन दिन पहले, मुख्य आर्थिक सलाहकार केवी सुब्रमण्यन के मार्गदर्शन में तैयार किया गया आर्थिक सर्वेक्षण शुक्रवार वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किया गया. संसद में वित्त मंत्री द्वारा इकोनॉमिक सर्वे 2020-21 पेश किए जाने के बाद शुक्रवार को ही दोपहर 3.30 बजे सुब्रमण्यन एक संवाददाता सम्मेलन को भी संबोधित करेंगे ऐसी जानकारी सामने आई है.सुब्रमण्यन और उनकी टीम द्वारा ही फाइनेंस मिनिस्टरी के प्रमुख दस्तावेज और आर्थिक सर्वेक्षण के चीफ आर्किटेक्ट को तैयार गया है.
इकोनॉमिक सर्वे होता है देश के आर्थिक विकास का सालाना लेखा-जोखा
आर्थिक सर्वेक्षण या इकोनॉमिक सर्वे देश के आर्थिक विकास की जानकारी देने वाला सालाना लेखा-जोखा होता है. आर्थिक सर्वेक्षण में पिछले एक साल में अर्थव्यवस्था की स्थिति पर एक विस्तृत रिपोर्ट शामिल की जाती है, जिसमें प्रमुख चुनौतियों और योजनाओं का जिक्र होता है साथ ही बताया जाता है इन तमाम चुनौतियों को पूरा करने में देश कितना सफल रहा. आर्थिक सर्वेक्षण यह जानकारी भी देता है कि छोटी और मध्यम अवधि में अर्थव्यवस्था में किस तरह की संभावनाएं मौजूद हैं.
ये महत्वपूर्ण दस्तावेज़ आर्थिक मामलों के विभाग (DEA) के आर्थिक प्रभाग द्वारा CEA के मार्गदर्शन में तैयार किया जाता है. दस्तावेज़ तैयार होने के बाद, सर्वेक्षण को वित्त मंत्री द्वारा अप्रूवड किया जाता है.
कौन हैं केवी सुब्रमण्यन
बता दें कि केवी सुब्रमण्यन फिलहाल देश के चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर के पद पर हैं. उन्होंने दिसंबर 2018 में तीन साल के कार्यकाल के लिए सीईए का पद संभाला था. दरअसल अरविंद सुब्रमण्यन द्वारा "व्यक्तिगत कारणों" के कारण पद से इस्तीफा दिए जाने के बाद केवी सुब्रमण्यन को ये जिम्मेदापी सौंपी गई थी. अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर सुब्रमण्यन ने जिक्र किया है कि, उन्होंने डीप थिंकिंग और रिसर्च को काफी एंजॉय किया. उन्होंने यह भी निर्दिष्ट किया कि वह एक इकोनॉमिस्ट की बजाय थिंकर के रूप में ज्यादा ट्वीट करते हैं.
सबसे युवा आर्थिक सलाहकारों में से हैं एक
केवी सुब्रमण्यन अब तक के सबसे युवा आर्थिक सलाहकारों में से एक हैं. उनका जन्म 1978 में चेन्नई में हुआ था. सुब्रमण्यन ने आईआईटी और आईआईएम से शिक्षा ली है. उन्होंने शिकागो यूनिवर्सिटी के बूथ स्कूल ऑफ बिजनेस से वित्तीय अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट की डिग्री ली है. वह वैकल्पिक निवेश नीति. प्राइमरी बाजार, मिडिल बाजार और रिसर्च पर बनी सेबी की कमिटी का भी हिस्सा रह चुके हैं.
आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन के अंडर कर चुके हैं काम
केवी सुब्रमण्यन आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन के अंडर में भी काम किया है. आईआईटी-आईआईएम के पूर्व छात्र, सुब्रमण्यन बैंकिंग, कॉर्पोरेट प्रशासन और आर्थिक नीति में दुनिया के अग्रणी विशेषज्ञों में से एक हैं. उन्होंने भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) और उदय कोटक कॉरपोरेट गवर्नेंस कमेटी ऑफ़ सिक्योरिटीज़ एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ़ इंडिया (SEBI) के लिए बैंकों के गर्वनेंस पर PJ नायक समिति सहित कई विशेषज्ञ समितियों में भी काम किया है.
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