नई दिल्लीः अगर आप भी यह सोच रहे हैं कि कुछ सालों के बाद जाकर हेल्थ पॉलिसी लेंगे तो अपने विचार को बदल दें. जीवन में देरी से हेल्थ पॉलिसी लेना आपकी हेल्थ और जेब दोनों को महंगा पड़ सकता है. जान लें कि हेल्थ पॉलिसी उम्र के हिसाब से नहीं लेनी चाहिए. बल्कि हेल्थ पॉलिसी तब लेनी चाहिए, जबकि आप आर्थिक रुप से मजबूत हों. जानें ऐसे कौन से कारण है जिनके चलते कम उम्र में ही हेल्थ पॉलिसी लेनी चाहिए.
कम उम्र में होने लगी हैं बड़ीं बीमारियां
जिस तरह से लोगों का लाइफस्टाइल बदला है उसके बाद से कैंसर, ट्यूमर, स्थाई पैरालिसिस, हार्ट और फेफड़ों संबंधित आने की संभावनाएं बढ़ी है. इसलिए जरुरी नहीं है कि यह सब बीमारी 50 या 60 की उम्र के बाद है. बल्कि पिछले कई सालों में ऐसे मामले बढ़े है, जिनमें कम उम्र में ही लोगों को बीमारियां होने लगी है. इस तरह की बीमारी में व्यक्ति के पास वक्त कम रहता है और पैसा ज्यादा लगता है. ऐसे में पहले से ही हेल्थ इन्श्योरेंस लेना कम उम्र में ही जरुरी हो गया है.
प्रेगनेंसी के दौरान भी काम आ सकती है पॉलिसी
हर साल महंगाई बढ़ रही है, ऐसे में अस्पतालों के भी बिल भी बढ़ रहे हैं. आप अगर आज के हिसाब से आने वाले सालों में इलाज के बारे में नहीं सोच सकते हैं. अस्पतालों के बिलों में तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है. हेल्थ पॉलिसी ऐसी स्थिति में आपको बड़ी फाइनेंशियल दिक्कतों के निकलने में मदद करेंगी. कई कंपनी कम उम्र में पॉलिसी लेने पर आपके लिए मददगार हो सकती है. जिसमें से महिलाएं प्रेगनेंसी के समय भी हेल्थ पॉलिसी की मदद ले सकते हैं. हालांकि सभी कंपनियां अपने कस्टमर को इस तरह की सुविधाएं नहीं देती हैं.
तुरंत नहीं मिलता है क्लेम का पैसा
पॉलिसी लेने के तुरंत बाद अगर आप सोच रहे हैं कि आप क्लेम कर सकते हैं, तो ऐसा नहीं है. आमतौर पर हेल्थ पॉलिसी लेने के बाद 30 दिन तक रुकना पड़ता है. वहीं कई स्थिति में 90 दिनों तक भी इंतजार करना पड़ सकता है. इन दिनों के भीतर आप हेल्थ पॉलिसी पर इंमरजेंसी होने की स्थिति में भी क्लेम नहीं कर सकता है. इसलिए जरुरी है कि हेल्थ पॉलिसी कम उम्र में ले ली जाएं. ताकि कोई भी बड़ी बीमारी होने की सूरत में तुरंत पैसा मिल सके.