Supernova में घर खरीदने वालों को मिली राहत! एफिल टावर जितनी होगी दिल्ली-NCR की सबसे ऊंची बिल्डिंग
Delhi-NCR Tallest Tower: दिल्ली-एनसीआर में सबसे ऊंचा टावर जल्द बनकर तैयार हो सकता है. कोटक ने सुपरटेक के सुपरनोवा प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए 450 करोड़ रुपये के निवेश का ऐलान किया है.
Supernova Noida: सुपरटेक में घर खरीदने वालों के लिए बड़ी खुशखबरी है. जल्द ही दिल्ली-NCR का सबसे ऊंचा टावर बनकर तैयार हो जाएगा. इसकी ऊंचाई एफिल टावर के बराबर होगी. 2015 से सुपरटेक के प्रोजेक्ट 'सुपरनोवा' का काम अटका है. पूरे 9 साल के लंबे इंतजार के बाद नोएडा अथॉरिटी ने कोटक इन्वेस्टमेंट एडवाइजर (KIAL) को इस प्रोजेक्ट को पूरा करने की मंजूरी दे दी है. ऐसे में जल्द ही कंपनी इस अटके हुए प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू कर देगी.
कोटक करेगी Supernova में निवेश
बता दें कि नोएडा के सेक्टर-94 सुपरटेक सुपरनोवा नाम से सबसे ऊंचा टावर बनाने जा रहा था. लेकिन, कंपनी के पास फंड न होने के कारण वह अथॉरिटी को जमीन का पूरा पैसा नहीं दे पाया. इसके बाद इसके बनने की प्रक्रिया बंद हो गई. मगर, कोटक इन्वेस्टमेंट एडवाइजर ने इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए पूरे 450 करोड़ रुपये के निवेश का ऐलान किया है. ऐसे में 'सुपरनोवा' में घर खरीदने वालों के लिए यह राहत की खबर है. इस ऐलान के बाद नोएडा अथॉरिटी ने भी इस प्रोजेक्ट को अपनी मंजूरी दे दी है.
प्रोजेक्ट पर 450 करोड़ रुपये का होगा निवेश
सुपरटेक ग्रुप के चेयरमैन आरके अरोड़ा ने इस मामले पर जानकारी देते हुए बताया है कि कोटक इस प्रोजेक्ट में निर्माण कार्य के लिए 450 करोड़ रुपये का निवेश करेगा. इसके अलावा कंपनी के कर्ज को खत्म करने के लिए 310 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा. वहीं 50 करोड़ रुपये से नोएडा अथॉरिटी के बकाया कर्ज को चुकाया जाएगा. ऐसे में कोटक इस पूरे प्रोजेक्ट में कुल 810 करोड़ रुपये का निवेश करने वाला है.
80 मंजिला इमारत का होगा निर्माण
सुपरनोवा का यह प्रोजेक्ट 50 लाख वर्ग फीट में तैयार किया जाएगा. इसमें से आधा काम पूरा हो चुका है. यह दिल्ली-एनसीआर की सबसे ऊंची इमारत होगी, जिसमें 80 मंजिल होंगे. इसे पूरे प्रोजेक्ट के जरिए 7,000 करोड़ रुपये की कमाई की बात कही जा रही है. इसमें प्रोजेक्ट के जरिए नोएडा अथॉरिटी 3,319 करोड़ रुपये की कमाई कर सकता है. इसमें से 50 करोड़ रुपये का भुगतान कोटक कर रहा है. इसके अलावा बकाया रकम का भुगतान एस्क्रो अकाउंट के जरिए होगा. इस पूरे प्रोजेक्ट में कुल चार टावर का निर्माण होगा, जिसमें स्पाइरा, नोवा ईस्ट, नोवा वेस्ट और एस्ट्रेलिस टावर बनाए जाएंगे. इसमें स्पाइरा सबसे ऊंचा टावर होगा.
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