KRN IPO: 200 गुना से ज्यादा सब्सक्राइब होकर तहलका मचाने वाले आईपीओ की लिस्टिंग कल, दोगुने मुनाफे की उम्मीद
KRN Heat Exchanger and Refrigeration: इस छोटी कंपनी के आईपीओ पर लोगों ने इतना प्यार लुटाया कि इसे QIB कैटेगरी में 253.04 गुना और NII कैटेगरी में 430.54 गुना तक सब्सक्राइब किया गया था.
KRN Heat Exchanger and Refrigeration: स्टॉक मार्केट पर इन दिनों आईपीओ की बहार आई हुई है. एक के बाद एक हर हफ्ते बीएसई (BSE) और एनएसई (NSE) पर मेनबोर्ड और एसएमई आईपीओ की कतार लगी हुई है. निवेशक भी इन पर खूब प्यार लुटा रहे हैं. एक ऐसी ही कंपनी केआरएन हीट एक्सचेंजर एंड रेफ्रिजरेशन (KRN Heat Exchanger and Refrigeration) का आईपीओ 24 से 27 सितंबर के बीच खुला हुआ था. इसने ऐसी गदर मचाई कि इसका सब्सक्रिप्शन 213.41 गुना पहुंचकर बंद हुआ. लोगों ने जमकर इस पर बोली लगाई. इसकी लिस्टिंग गुरुवार, 3 अक्टूबर को होने वाली है. इसका जीएमपी भी 230 रुपये पर चल रहा है, जो कि निवेशकों का पैसा दोगुना होने का संकेत दे रहा है.
341.95 करोड़ रुपये का है आईपीओ, 2016 में बनी थी यह कंपनी
केआरएन हीट एक्सचेंजर एंड रेफ्रिजरेशन के आईपीओ को रिटेल कैटेगरी में 96.74 गुना, क्यूआईबी कैटेगरी (QIB) में 253.04 गुना और एनआईआई कैटेगरी (NII) में 430.54 गुना तक सब्सक्राइब किया गया था. ऐसे में निवेशकों को अब इसकी ब्लॉकबस्टर लिस्टिंग की उम्मीद है. इस आईपीओ में शेयरों का अलॉटमेंट सोमवार, 30 सितंबर को किया जा चुका है. मात्र 7 साल पहले 2016 में बनी इस छोटी कंपनी ने आईपीओ में प्राइस रेंज 209 से 220 रुपये के बीच रखी थी. कंपनी का आईपीओ सिर्फ 341.95 करोड़ रुपये का है. यह पूरी तरह से फ्रेश इश्यू है और इसमें कंपनी ने 1.55 करोड़ शेयर जारी किए हैं.
450 रुपये के करीब हो सकती है लिस्टिंग, दोगुना हो जाएगा पैसा
विभिन्न वेबसाइट के अनुसार, सब्सक्रिप्शन के दौरान केआरएन आईपीओ का ग्रे मार्केट प्राइस (GMP) 270 रुपये तक पहुंच गया था. हालांकि, इसमें फिलहाल थोड़ी गिरावट जरूर आई है. फिर भी यह 230 रुपये पर बना हुआ है. ऐसे में इसकी लिस्टिंग 450 रुपये के करीब हो सकती है. यह अपने इश्यू प्राइस से लगभग 105 फीसदी ऊपर जाकर गुरुवार को शेयर मार्केट पर डेब्यू कर सकता है. अगर ऐसा होता है तो निवेशकों का पैसा एक दिन में ही डबल हो जाएगा.
ये भी पढ़ें
Digital Economy: हम बनने जा रहे 1 लाख करोड़ डॉलर की डिजिटल इकोनॉमी, गेमचेंजर बन गया यूपीआई