Modi in Lakshadweep: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) द्वारा लक्षद्वीप की यात्रा करने के बाद यह द्वीपसमूह उम्मीदों के मुताबिक, सारी दुनिया के लिए उत्सुकता का विषय बन गया है. मालदीव (Maldives) के कुछ मंत्रियों द्वारा पीएम मोदी को निशाना बनने के बाद अब लोग लक्षद्वीप के बारे में जानने को और ज्यादा उत्सुक हो गए हैं. लक्षद्वीप के बारे में सर्च करने वालों की 3400 फीसदी से भी ज्यादा उछाल मार गई है.
मेकमायट्रिप के प्लेटफॉर्म पर उमड़ी भीड़
ऑनलाइन ट्रेवल कंपनी मेकमायट्रिप (MakeMyTrip) ने सोमवार को दावा किया कि उनके प्लेटफॉर्म पर लक्षद्वीप के बारे में जानने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी है. कंपनी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि लक्षद्वीप के बारे में जानने की उत्सुकता लोगों में यकायक बढ़ गई है. पीएम मोदी के लक्षद्वीप जाने से पहले और उसके बाद की आंकड़ों में लगभग 3400 फीसदी का उछाल आया है.
बीचेज ऑफ इंडिया कैंपेन किया शुरू
कंपनी ने लोगों की उत्सुकता को देखते हुए तत्काल बीचेज ऑफ इंडिया (Beaches of India) नाम से कैंपेन भी शुरू कर दी है. इसमें वह कई तरह के ऑफर और डिस्काउंट भी दे रही है. ताकि लोग ज्यादा से ज्यादा संख्या में भारत के बीचेज की सैर कर सकें. कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी राज ऋषि सिंह ने बताया कि लक्षद्वीप के बारे में जानने को लेकर लोगों का उत्साह शानदार है. हम चाहते हैं कि लोग देश के शानदार समुद्र तटीय शहरों की जीवनशैली को देखें.
ईजमायट्रिप ने कैंसिल कर दी थीं सारी बुकिंग
ऑनलाइन ट्रैवल कंपनी ईजमायट्रिप (EaseMyTrip) ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए अपमानजनक बातों की निंदा करते हुए मालदीव के लिए सभी फ्लाइट्स बुकिंग को सस्पेंड कर दिया और इसकी जानकारी एक्स पर भी दे दी.
पीएम मोदी ने शेयर की थीं तस्वीरें
दरअसल, जनवरी के पहले हफ्ते में प्रधानमंत्री मोदी ने लक्षद्वीप की यात्रा की और वहां की कुछ तस्वीरों को शेयर किया. इसके बाद सोशल मीडिया पर चर्चा होने लगी कि भारत मालदीव के विकल्प के तौर पर लक्षद्वीप को तैयार कर रहा है. इसे लेकर मालदीव के कुछ नेता भड़क गए और उन्होंने भारत और पीएम मोदी को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दीं. युवा मंत्रालय में डिप्टी मंत्री- मालशा शरीफ, मरियम शिउना और अब्दुल्ला महजूम माजिद ने प्रधानमंत्री मोदी की आलोचना की थी. उन्होंने कहा था कि यह केंद्र शासित प्रदेश को मालदीव के वैकल्पिक पर्यटन स्थल के रूप में पेश करने का एक प्रयास है. उन्होंने कुछ आपत्तिजनक शब्दों का भी इस्तेमाल किया. इसके बाद मालदीव सरकार ने तीनों को सस्पेंड कर दिया था.
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