टोबैको मैन्युफैक्चरर गोडफ्रे फिलिप्स इंडिया में लीडरशिप को लेकर चल रहा विवाद शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. कॉरपोरेट जगत की इस पारिवारिक लड़ाई में मां और बेटे आमने-सामने हो चुके हैं. अब इस मामले में ललित मोदी ने भी अपनी मां बीना मोदी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और शेयरहोल्डर्स से उनके विरोध में वोट करने की अपील की है.


मां के खिलाफ वोट करने की ललित मोदी की अपील


आईपीएल के फाउंडर और मोदी एंटरप्राइजेज के प्रेसिडेंट ललित मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसे लेकर एक अपडेट शेयर किया. उन्होंने शेयरहोल्डर्स से कहा कि बीना मोदी और उनके साथियों के खिलाफ वोट करने से उन्हें (शेयरहोल्डर्स) को हर साल करोड़ों का फायदा होने वाला है. ललित मोदी का यह अपडेट ऐसे समय आया है, जब एक दिन बाद गोडफ्रे फिलिप्स के शेयरहोल्डर्स की बैठक होने वाली है.


इस तरह बढ़ता गया फैमिली का विवाद


गोडफ्रे फिलिप्स में मोदी परिवार के पास 47 फीसदी हिस्सेदारी है. ललित मोदी की मां बीना मोदी अभी कंपनी की चेयरपर्सन व एमडी हैं. कंपनी में विवाद की शुरुआत उस समय हुई, जब ललित मोदी के भाई समीर मोदी को बोर्ड से बाहर कर दिया गया. दरअसल बीना मोदी की अगुवाई वाला गोडफ्रे फिलिप्स का बोर्ड रिटेल बिजनेस और 24सेवन को बेचना चाह रहा है, जिसका समीर मोदी ने विरोध किया था.


समीर मोदी के विरोध के बाद भी बोर्ड ने 24सेवन बिजनेस को बंद करने और उसे बेचने का फैसला लिया है. इस बारे में समीर मोदी का कहना है कि 24सेवन को बंद करने का फैसला वास्तव में शेयरहोल्डर्स के साथ धोखा है. खबरों की मानें तो गोडफ्रे फिलिप्स ने रिटेल बिजनेस न्यू शॉप को भी बेचने का फैसला किया है.


शेयरहोल्डर्स को होगा इतना फायदा- ललित मोदी


ललित मोदी इस पूरे विवाद में अपने भाई के साथ दिख रहे हैं. हालिया पोस्ट में वह शेयरहोल्डर्स से अपील करते हुए कहते हैं कि गोडफ्रे फिलिप्स इंडिया के पास बैलेंस शीट पर करीब 5 हजार करोड़ रुपये पड़े हुए हैं, जिन्हें लाभांश के रूप में शेयरहोल्डर्स को दिया जाना चाहिए. अगर शेयरहोल्डर बीना मोदी और उनके साथियों को बाहर करने के लिए वोट करते हैं तो उन्हें हर साल 150 करोड़ रुपये का लाभांश मिल सकता है.


 






इस अमेरिकी कंपनी के पास 25 फीसदी शेयर


कल होने जा रही शेयरहोल्डर्स की बैठक से पहले एनालिस्ट अनुमान लगा रहे हैं कि बीना मोदी को बाहर करने के पक्ष में फैसला आ सकता है. गोडफ्रे फिलिप्स में मोदी परिवार के बाद सबसे ज्यादा 25 फीसदी शेयर अमेरिका की कंपनी फिलिप मॉरिस इंक के पास हैं. अमेरिकी एडवाइजरी कंपनी ग्लास लेविस ने भी कंपनी के शेयरहोल्डर्स से एनुअल जनरल मीटिंग में बीना मोदी को चेयरपर्सन एवं एमडी बनाए जाने के प्रस्ताव के खिलाफ वोट करने की अपील की है.


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